बिहार का वो क्रिकेट स्टेडियम जहां ज़िम्बाब्वे ने दो लेकिन भारत ने एक भी मैच नहीं खेले

बिहार का वो क्रिकेट स्टेडियम जहां ज़िम्बाब्वे ने दो लेकिन भारत ने एक भी मैच नहीं खेले

पटना, बिहार की राजधानी और वहां का मोइन उल हक स्टेडियम. यहां अब तक दो इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेले गए हैं. इसमें से एक मैच 1996 वर्ल्ड कप का भी है जिसे ज़िम्बाब्वे ने जीता था. पता था आपको? आइये जानते हैं. मोइन उल हक स्टेडियम में पहला मैच 15 नवंबर 1993 को खेला गया. यह दिन बिहार क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक था. हीरो कप के पांचवे मैच में श्रीलंका और ज़िम्बाब्वे के मैच खेला गया था. ज़िम्बाब्वे ने टॉस जीतकर श्रीलंका को बैटिंग के लिए कहा. पीए डीसिल्वा के 68 और कप्तान रणतुंगा के 59 रनों की मदद से श्रीलंका ने 50 ओवर में 6 विकेट पर 263 रन बनाए. 264 बनाने उतरी ज़िम्बाब्वे टीम के विकेट लगातार गिरते रहे और पूरी टीम 49 ओवर में 208 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. एसी वालर ने सर्वाधिक 55 रन बनाए जो नाकाफ़ी थे. श्रीलंका की ओर से मुथैया मुरलीधरन ने 4 और रणतुंगा ने 2 विकेट लिए. श्रीलंका 55 रनों से मैच जीती और रणतुंगा ने मैन ऑफ द मैच का ख़िताब.

दूसरा और आख़िरी मैच 27 फ़रवरी 1996 को खेला गया. यह मैच वर्ल्ड कप 1996 का 16वां मैच था. केन्या और ज़िम्बाब्वे के बीच हुए इस मैच में ज़िम्बाब्वे ने टॉस जीतकर केन्या को बैटिंग के लिए बुलाया. केन्या ने 49.4 ओवर में 134 रन बनाकर सिमट गई. सबसे ज्यादा 53 रनों की साझेदारी दूसरे विकेट के लिए 53 रनों के लिए हुई. ज़िम्बाब्वे की ओर से स्ट्रांग ने 5 विकेट लिए. बैटिंग को उतरी ज़िम्बाब्वे ने पहले विकेट के लिए 59 रन जोड़े और इसके बाद लगातार विकेट गिरते रहने के बावजूद 46 गेंद रहते 5 विकेट से मैच जीत लिया. 5 विकेट लेने वाले स्ट्रांग मैन ऑफ दी मैच चुने गए. यह मैच आज से 22 साल पहले मोइन उल हक स्टेडियम में खेला गया था.

2000 में बिहार का विभाजन हुआ, नया राज्य बना झारखंड. झारखंड बनने के साथ बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का मुख्यालय जमशेदपुर भी झारखंड में चला गया और इसी के साथ बिहार से क्रिकेट भी…लेकिन इतने सालों की उपेक्षा के बाद आखिरकार बिहार क्रिकेट के खिलाड़ियों और प्रशंसकों के दिन बहुरने वाले हैं. अब तक बिहार के खिलाड़ियों को न चाहते हुए भी पलायन करना पड़ रहा था. बिहार से ही बंट कर बने झारखंड की टीम रणजी खेलती रही और बिहार मुंह ताकता रहा. इस बार आईपीएल में खेलने वाले ईशान किशन जैसे खिलाड़ी न चाहते हुए भी झारखंड से खेलते रहे.

अब ये सारी बातें इतिहास होने वाली हैं. बीसीसीआई ने सत्र 2018-19 के घरेलू मैचों के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है. इस बार बिहार को सारे घरेलू मैचों में शामिल किया गया है. रणजी ट्रॉफी अंडर 23, अंडर 19, वीमेंस सीनियर, वीमेंस अंडर 23 और वीमेंस अंडर 19 में बिहार को प्ले ग्रुप में रखा गया है. इस बार रणजी ट्रॉफी में 37 टीमों के बीच कुल 160 मैच खेले जाएंगे. इनमें से 9 टीमें नयी हैं और बिहार भी उनमें से एक है.