गांवों की वो गुस्से से भरी हुई लड़कियां…देश

गांवों की वो गुस्से से भरी हुई लड़कियां…

‘आज़ादी’ यह सबको चाहिए, रोक–टोक भला किसे पसंद है. लेकिन सिर्फ खुद की आज़ादी चाहिए, अगर दूसरा वही चाहे तो पता नहीं…