‘पहचानते तो होगे निदा फ़ाज़ली को तुम, सूरज को खेल समझा था. छूते ही जल गया.’ बात उस शख्स की…
एक बात बताऊं, मैंने आजतक ना अपनी हाइट नापी है, ना वजन तोला है और ना ही कभी उम्र गिनी…
अदालत में जज के सामने हत्या का दोषी एक बच्चा बैठा हुआ है. वह जज से कहता है: मैं अपने…
कैमूर की 23 साल की नेहा सिंह राठौर हाल ही में अपने गाए गाने ‘बिहार में का बा’ से…
भारत जैसा देश, जहां समाज जाति, धर्म और लिंग (जेंडर) की बेड़ियों में बंधा है, वहां महिलाओं का फ़िल्मों में…
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को गुजरे 14 दिन हो गए हैं. लेकिन उनके बारे में बातें कम नहीं हो रही…
अजान हो चुका है, सुबह के छह बज रहे हैं, ताज अपने किचन में खाना बना रही है, इकबाल को…
विष्णु और सुमेर से बात करते हुए कितनी बार ऐसा कहा गया है कि आदमी कुछ गजब का लिख दे…
सन 1940 में एक नौजवान रोजगार की तलाश में जयपुर से चलकर शहर-ए-बंबई में दाखिल होता है। नाम था इक़बाल…
नौकरी के लिए लड़की की आवाज निकाल भर लेने और अंत में नाटकीय ढंग से मोरल देने (फिल्म के माध्यम…