लॉकडाउन डायरी, डे -10: सब अपनी विसंगतियाँ खुद देख सकें, तभी प्रकाश के मायने हैं…खबरें

लॉकडाउन डायरी, डे -10: सब अपनी विसंगतियाँ खुद देख सकें, तभी प्रकाश के मायने हैं…

नौ बजे हैं, पूरा देश प्रकाशपर्व मना रहा है. प्रकाश यानी ज्योति. ऊष्मा. जीवन. चेतना. मैं फ्रॉइड का सातवाँ एपिसोड…

लॉकडाउन डायरी नीदरलैंड से – पापा! आउटसाइड इज़ कोरोना…खबरें

लॉकडाउन डायरी नीदरलैंड से – पापा! आउटसाइड इज़ कोरोना…

लगभग डेढ़ साल बीत गए हैं नीदरलैंड आये. हाँ, वही नीदरलैंड. फिलिप्स रेडियो वाला. फिलिप्स यहीं की कंपनी है और…

लॉकडाउन डायरी, डे -11: रास्ता चाहे कितना भी मुश्किल लगे, घर हम सबका होता है…खबरें

लॉकडाउन डायरी, डे -11: रास्ता चाहे कितना भी मुश्किल लगे, घर हम सबका होता है…

देर रात हो चुकी है. दस बजकर छियालीस मिनट. खाना खा लिया है. गौरव ने बनाया था. आलू-बैंगन-टमाटर की हलकी…

लॉकडाउन डायरी, डे -12: तो क्या ये सारी दुनिया मेरा अदर हाफ़ है?देश

लॉकडाउन डायरी, डे -12: तो क्या ये सारी दुनिया मेरा अदर हाफ़ है?

दून घाटी अप्रेल 3, 2020 प्रिय ….., इस विश्वास के साथ तुम्हें लिख रही हूँ कि तुम जहाँ हो, मुझे…

लॉकडाउन डायरी, डे -13: याद की गली में दूर तक जाना…खबरें

लॉकडाउन डायरी, डे -13: याद की गली में दूर तक जाना…

याद. वो लमहे, दिन और साल जो अब सामने नहीं मगर भीतर कहीं हैं. बचपन में पिता को अकसर एक…

लॉकडाउन डायरी, डे -14: हम इतने अकेले हैं कि दूसरों के साथ रिश्ता महसूस करना भूलने लगे हैंखबरें

लॉकडाउन डायरी, डे -14: हम इतने अकेले हैं कि दूसरों के साथ रिश्ता महसूस करना भूलने लगे हैं

कभी-कभी हम जो कुछ कर रहे होते हैं, सब वहीं छोड़कर, किसी ऐसी जगह चले जाते हैं, जिसे बहुत साफ़…

लॉकडाउन डायरी, डे -19: नेटफ्लिक्स वाला बंदा ठीक है, पर फ्रॉइड फ्रॉइड हैं…खबरें

लॉकडाउन डायरी, डे -19: नेटफ्लिक्स वाला बंदा ठीक है, पर फ्रॉइड फ्रॉइड हैं…

दिन के दस बजकर 27 मिनट हुए हैं. मेज़ के उस तरफ खिड़की के बाहर हलकी बारिश है. मैं आवाज़…

डे माइनस ट्वंटी: “जीवन को स्वीकार करने का अर्थ है इसकी क्षणिकता को स्वीकार कर लेना”देश

डे माइनस ट्वंटी: “जीवन को स्वीकार करने का अर्थ है इसकी क्षणिकता को स्वीकार कर लेना”

लॉकडाउन के दूसरे दिन की सुबह नौ बजकर बीस मिनट पर मैं लिखने की मेज़ पर हूँ. कल के बचे…