लॉकडाउन जर्नल: बाहर का अन्याय खत्म करने के लिए हमें भीतर का अन्याय खत्म करना होगाखबरें

लॉकडाउन जर्नल: बाहर का अन्याय खत्म करने के लिए हमें भीतर का अन्याय खत्म करना होगा

मुझे लगता है कि मैं एक चक्रवात के बीच फँसी हूँ. दो अलग दुनियाओं से उठती हवाओं का बना चक्रवात.…

लॉकडाउन डायरी, डे -19: नेटफ्लिक्स वाला बंदा ठीक है, पर फ्रॉइड फ्रॉइड हैं…खबरें

लॉकडाउन डायरी, डे -19: नेटफ्लिक्स वाला बंदा ठीक है, पर फ्रॉइड फ्रॉइड हैं…

दिन के दस बजकर 27 मिनट हुए हैं. मेज़ के उस तरफ खिड़की के बाहर हलकी बारिश है. मैं आवाज़…

डे माइनस ट्वंटी: “जीवन को स्वीकार करने का अर्थ है इसकी क्षणिकता को स्वीकार कर लेना”देश

डे माइनस ट्वंटी: “जीवन को स्वीकार करने का अर्थ है इसकी क्षणिकता को स्वीकार कर लेना”

लॉकडाउन के दूसरे दिन की सुबह नौ बजकर बीस मिनट पर मैं लिखने की मेज़ पर हूँ. कल के बचे…

डे माइनस ट्वेंटी वन, एक लड़की की ‘Covid-19 लॉकडाउन’ डायरी…देश

डे माइनस ट्वेंटी वन, एक लड़की की ‘Covid-19 लॉकडाउन’ डायरी…

लॉकडाउन यूँ तो पिछले रविवार से ही शुरू हो चुका है, पर इस 21 दिन लंबे लॉकडाउन का आज पहला…