बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. गुरूवार को राज्य के सभी 38 ज़िलों से 3416 नए पॉज़िटिव केस सामने आए हैं. इस समय राज्य में कोरोना मरीज़ों की कुल संख्या 68,148 हजार है. 38 ज़िलों में से 10 ज़िले ऐसे हैं, जहां 100 से अधिक कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं. गौरतलब है कि कटिहार में 234, भागलपुर में 128, पूर्वी चंपारण में 190, मुजफ्फरपुर में 118, नालंदा में 102, रोहतास में 106, सहरसा में 101, समस्तीपुर में 139, वैशाली में 163 और पटना ज़िले में 603 नए कोरोना मरीज़ मिले हैं.
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि पिछले 24 घंटे में 1450 कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ हुए हैं. वहीं पूरे राज्य में अब तक 43,820 संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार का रिकवरी रेट 64.30% रहा. गुरूवार को 19 कोरोना मरीजों की मौत के बाद सूबे में कोरोना मृतकों की संख्या 388 पहुंच गई है.
पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड जांच
अगर पूरे राज्य में टेस्टिंग की बात करें तो पिछले 24 घंटे में 60 हज़ार से अधिक सैंपल लिया गया है, जो कि अब तक का हाईएस्ट है. वही एक दिन पहले लगभग 52 हज़ार सैंपल लिया गया था. माना जा रहा है कि रैपिड एंटीजेन किट का इस्तेमाल करने से स्वास्थ्य विभाग को मदद मिल रही है और ज्यादा से ज्यादा लोगों का सैंपल लिया जा रहा है. राज्य में अब तक सात लाख 99 हजार 332 सैंपलों की जांच हो चुकी है.
पटना में हालत चिंताजनक
गुरूवार को पटना में कोरोना के 603 पॉजिटिव केस सामने आए. 603 नए कोरोना संक्रमितों में पीएमसीएच के दो डॉक्टर समेत आठ नर्सिंग स्टाफ शामिल हैं. जबकि आईजीएएमएस और पटना एम्स के भी एक-एक डॉक्टर कोरोना पॉ़जिटिव हैं. वहीं पटना में कोरोना से कल 5 लोगों की मौत हुई, जिसमें पटना सिविल कोर्ट के परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश हरीशचंद्र श्रीवास्तव भी शामिल हैं. पटना जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 11 हजार से अधिक हो चुकी है.
वहीं पूरे देश में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं. देश में कोरोना मरीजों की संख्या 20 लाख के पार हो गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार गुरूवार को 56,282 नए मामले दर्ज हुए, जबकि 904 लोगों की मौत हुई है. आपको बता दें कि ये लगातार सातवां दिन है, जब देश में कोरोना के 50 हजार से अधिक मामले दर्ज हुए हैं.
पहले जहां 10 लाख मामला दर्ज होने में 137 दिन का समय लगा था, वहीं 10 से 20 लाख पहुंचने में मात्र 21 दिन का समय लगा है. विश्व के मुकाबले भारत में संक्रमण की दर काफी तेज है. अमेरिका में सात दिनों में संक्रमण का वृद्धि दर 1.2, ब्राजील में 1.6 वहीं भारत में 3.1 है. हालांकि देश में अब तक 13 लाख लोग ठीक भी हो चुके हैं.