Kanti VidhanSabha: निर्दलीय उम्मीदवार अजीत कुमार को जनता पर कितना है भरोसा?

Kanti VidhanSabha: निर्दलीय उम्मीदवार अजीत कुमार को जनता पर कितना है भरोसा?

कांटी विधानसभा मुजफ्फरपुर जिले का हिस्सा है और यह वैशाली लोकसभा क्षेत्र में आता है. 2015 में यहां से अशोक कुमार चौधरी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की थी. उन्होंने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के तत्कालीन उम्मीदवार अजीत कुमार को हराया था. यहां तीन नवंबर को चुनाव आयोजित हो रहा है.

इस बार अजीत कुमार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं. जबकि राजद से मोहम्मद इजरायल मंसूरी और जदयू के मोहम्मद जमाल, लोजपा से बिजय प्रसाद सिंह मैदान में हैं. इस क्षेत्र में अजीत कुमार का दबदबा लंबे समय तक रहा है, वह कई बार यहां से विधायक निर्वाचित हो चुके हैं.

2011 की जनगणना के अनुसार कुल 437716 आबादी में से 91.1% ग्रामीण है और 8.9% शहरी आबादी है.

द बिहार मेल ने अजीत कुमार से चुनाव प्रचार के दौरान  बातचीत की. उनसे जब निर्दलीय चुनाव लड़ने के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सभी दल में दल-दल है. वहीं उनका कहना था कि वह इस विधानसभा की जनता के चेहरे पर खुशहाली देखना चाहते हैं.  उन्होंने कहा कि यह चुनाव वैसे लोगों के लिए मुश्किल है जो पार्टी के टिकट पर हैं, उनके लिए नहीं हैं.  वहीं उनके कई बार पार्टी बदलने और हम के बारे में पूछा गया तो वह कहते हैं कि सभी पार्टी का एक ही सिद्धांत बस ‘कुर्सी’ है। 

आपको बता दें कि कांटी विधानसभा में के थर्मल पावर स्टेशन की वजह से यहां के लोग वायु प्रदूषण और कई बीमारिया होने की शिकायत करते रहे हैं लेकिन अब भी इसको लेकर कुछ बड़ा बदलाव नहीं किया जा सका है, अब

यहां देखिए उनसे पूरी बातचीत: