पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण बिहार के कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई. बिहारवासियों को अगले कुछ दिनों तक कड़ाके की ठंड, कोहरे और धुंध का सामना करना पड़ सकता है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राज्य को आने वाले कुछ दिनों तक के लिए ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है.
करनी होगी ठंड की तैयारी
ऑरेंज अलर्ट पर रहने की वजह से अधिकारियों को शीतलहर की व्यापक तैयारी और सर्द रातों के लिए तैयार रहने को कहा गया है. सोमवार को गया, भागलपुर, पूर्णिया, फारबिसगंज और छपरा में शीतलहर और कोहरा देखा गया. आपको बता दें कि गया में न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
जानिए क्या है शीतलहर?
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार शीत लहर एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी स्थान का तापमान लगातार दो दिनों के लिए 10 डिग्री या उससे घट कर 4.5 से 6.4 डिग्री सेल्सियस हो जाए.
बढ़ सकती हैं सांस संबंधी दिक्कतें
पटना के मौसम केंद्र ने अपने अलर्ट में कहा कि शीतलहर और सर्द मौसम की वजह से लोगों में सांस संबंधी दिक्कतें बढ़ सकती हैं, जैसे फ्लू, नाकों व गले में दर्द, नाक से खून आना, सांस लेने में दिक्कत आदि. यहाँ इस बात का जिक्र कर दें कि ठंड के समय वायरस ज्यादा समय तक सतह पर रह सकते हैं. कोरोना वायरस भी इनमें से एक है. वैज्ञानिकों ने भी इस ठंड की शुरुआत में ही इस बात अनुमान जताया था.
आपको बता दें कि ठंड के मौसम में गर्म हवा ऊपर की ओर जाती है और ठंडी हवा नीचे की तरफ, जिससे हवा में धूल के कण मिल जाते हैं. इस कारण लोगों को काफी समस्या हो सकती है.
आपको बता दें बीते दिन आए एक खबर के अनुसार केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, पटना देश का पाचवां सबसे प्रदूषित शहर है. इसकी वजहों में शादियों और त्यौहारो में पटाखे फोड़ना भी शामिल है.