बिहार में बाढ़ का कहर 16 जिलों में जारी है और यहां की 6903640 यानी करीब 69 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। बिहर सरकार के आंकड़ों के अनुसार प्रभावित जिलों की सूची में दरभंगा जिले में सबसे अधिक 15 प्रखंडों के 202 पंचायतों की 1888040 आबादी बाढ़ से प्रभावित है।
पिछले 24 घंटे में सिवान में दो लोगों की मौत के साथ ही कुल मृतकों की संख्या 21 तक पहुंच चुकी है। राज्य में प्रभावित पंचायतों की संख्या भी 1165 से बढ़कर 1185 हो चुकी है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, सारण समेत अन्य जिलों की सामुदायिक रसोई में पिछले 24 घंटे में 1031783 लोगों को खाना दिया गया है। बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित 4.82 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहंचाया गया है, जिसमें से 12,239 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।
राहत शिविर में रहनेवाले सबसे ज्यादा लोगों की संख्या समस्तीपुर में है। यहां 11620 लोग शरण ले रहे हैं। बुधवार देर रात खगड़िया जिले के तांती टोला में बूढ़ी गंडक के तटबंध में कटाव की भी खबर है। जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने ट्वीट करके इस कटाव की जानकारी दी है। उनका कहना है कि तत्काल कटाव को रोकने के लिए कदम उठाया गया और स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने स्थानीय लोगों से नहीं घबराने और सर्तक रहने की अपील की है।
राहत कार्य में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 33 टीमें लगी हुई हैं। बाढ़ प्रभावितों के लिए बेहतर इंतजाम के तमाम दावे के बीच कोसी क्षेत्र में बाढ़ प्रभावितों के बीच काम कर रहे ‘युवा हल्ला बोल’ टीम का कहना है कि जलमग्न क्षेत्रों में नाव की कमी के कारण परेशानियां काफी बढ़ी हुई हैं। आपको बता दें कि बिहार में हर साल बाढ़ के दौरान नाव की कमी की शिकायत सामने आती है। वहीं इस साल बाढ़ के साथ कोरोना का कहर भी है जिसके बारे में इस टीम का कहना है कि नावों में सफर करने वाले लोगों के मास्क पहनने, सेनिटाइजर और शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पालन अधिकारी अब भी सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं।
बाढ़ आश्रय स्थल, तस्वीर- युवा हल्ला बोल टीम
यह टीम राहत शिविर को लेकर भी शिकायत करती है, इनका दावा है कि कई राहत शिविर ऐसे हैं जहां सिर्फ पशुओं को बांधने का ही काम हो रहा है। बिहार के आधिकारिक आंकड़ों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 16 जिले का नाम है जबकि बेगूसराय जिले के तेघड़ा विधानसभा में भी कई गांवों में बूढ़ी गंडक और बलान का पानी भर गया है।
बिहार में अघवारा लखनदेई, बागमती, कोसी, महानंदा, अघवारा समूह, मनुसमारा, बूढ़ी गंडक, लालबेकिया, धनौती, गोपालगंज, जैसी कई नदियां बाढ़ की मुख्य कारक नदियां हैं.