बिहार विधानसभा में हंगामे के बाद राहुल गांधी ने कहा: हम नहीं डरते!

बिहार विधानसभा में हंगामे के बाद राहुल गांधी ने कहा: हम नहीं डरते!

बिहार विधानसभा में मंगलवार को अप्रत्याशित स्थिति देखने को मिली. यहां बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक का विरोध कर रहे विपक्षी विधायकों ने जब विधानसभा अध्यक्ष को उनके आसन पर बैठने से रोकने की कोशिश की तो विधायकों को बाहर निकालने के लिए मार्शलों की सहायता के लिए पुलिस को बुलाया गया और उसके बाद स्थिति और भी बिगड़ गई.

इसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में विपक्ष किसी से डरता नहीं है.  हंगामे के बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि विधायक अपनी आपत्ति दर्ज करान चाहते थे लेकिन उन्हें पीटा गया. तेजस्वी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ राजद विधायक को लोकतंत्र के मंदिर में सादे कपड़ों में मौजूद गुंडा सरकार के नरभक्षी शासकों के गुंडों ने इतना पीटा कि उन्हें स्ट्रेचर पर एम्बुलेंस में लेकर जाना पड़ा. वो कह रहे है कि ज़ालिम नीतीश जी हत्या करवा देंगे. वैसे भी CM को हत्या करनेकराने का पुराना अनुभव है.’’

 

वहीं राजद की महिला विधायक अनिता देवी के साथ भी पुलिससकर्मियों द्वारा कथित तौर पर अभद्र व्यवहार करने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने ट्वीट किया, ‘‘ पूर्व मंत्री हमारी महिला विधायक अनिता देवी जी को निर्लज्ज नीतीश कैसे घसीटवा रहे हैं। इसी क्रम में साड़ी भी खुल जाती है. तुमने आज ये जो चिंगारियाँ भड़काई है कल यही चिंगारियाँ तुम्हारे काल के काले सुशासन को जला कर भस्म कर देंगी। बिहार हिसाब करेगा और जल्द। #नीतीश कुमार शर्म करो.’’

वहीं विधायकों को पीटने वाला एक और वीडियो नेता प्रतिपक्ष ने साझा करते हुए लिखा, ‘‘ नीतीश कुमार जैसी अनैतिक राजनीति करने वाला C ग्रेड, बेशर्म और अलोकतांत्रिक मुख्यमंत्री पूरे देश में नहीं होगा. गुंडा सरकार के मुखिया देखिए कैसे 3 लाख लोगों द्वारा निर्वाचित विपक्षी माननीय विधायक को घसीटवा कर अपनी सरकार की गुंडई को प्रदर्शित करवा रहे है.’’

वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी विधानसभा की शर्मनाक घटना से साफ़ है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह RSS/BJP-मय हो चुके हैं. लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों को सरकार कहलाने का कोई अधिकार नहीं है. विपक्ष फिर भी जनहित में आवाज़ उठाता रहेगाहम नहीं डरते!

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि हर कानून को काला बताना फैशन हो गया और विपक्ष के पास तर्क नहीं.

 

बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक बीएमपी को और अधिक शक्तियां प्रदान करता है.  विधेयक में एक शीर्षक बिना वारंट तलाशी लेने की शक्ति की है. इसमें अधिकारी को  बिना वारंट के किसी संदिग्ध व्यक्ति की गिरफ्तारी का अधिकार मिल जाएगा. यह विधेयक काफी हंगामे के बाद पारित हो गया. विपक्ष का कहना है कि इसके जरिए आम लोगों को परेशान किया जाएगा. वहीं राज्य सरकार यह तर्क दे रही है कि यह सिर्फ सशस्त्र पुलिस बल से जुड़ा विषय है.