हाल ही में दिल्ली में हुई BoysLockerRoom की घटना कोई पहली घटना नहीं है, जिसमें नाबालिग बच्चे शामिल थे. ऐसे कई मामले अलग-अलग समय पर हमारे सामने आ चुके हैं. लेकिन इस घटना ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. क्यों बच्चे गैंगरेप और रेप जैसे शब्दों के साथ इतने नॉर्मल होते जा रहे हैं? क्यों उन्हें लड़कियों के प्रति हिंसा सही लग रही है? क्या अब वो समय आ गया है कि मां-बाप को अपने पैरेंटिंग का तरीका बदलना चाहिए या बतौर समाज हम सबको ज्यादा जागरूक होने की जरूरत है? इन तमाम मुद्दों पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर तारा शंकर ने ‘द बिहार मेल’ से बात की है. वो बता रहे हैं कि इस मानसिकता के पीछे वजह क्या है और सुधार की शुरूआत कहां से होनी चाहिए.
Bois Locker Room: School जाने वाले बच्चे Instagram पर रेप का प्लान क्यों करते हैं?
