गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली की सड़कों पर हुए ‘ट्रैक्टर परेड’ और उसके बाद होने वाले इवेंट्स में तरह-तरह की सियासी बातें देखने-सुनने में आ रही हैं. आज गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन के अगुआ व भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता के ‘फांसी लगा लूंगा’ वाले बयान के बाद से ही तहलका मचा हुआ है. राकेश टिकैत ने पुलिस की बढ़ती दबिश के मद्देनजर मंच से कहा कि यदि प्रशासन उनके मंच की ओर आने की कोशिश करेगा तो वे मंच पर ही फांसी लगाएंगे.
राकेश टिकैत ने मंच से इस बात को कहा कि वे धरनास्थल नहीं खाली करेंगे. वे गिरफ्तारी के लिए तैयार थे लेकिन उनके साथ गहरी साजिश हो रही है. गोली चलेगी तो वे गोली खाने के लिए तैयार हैं. वे कहीं नहीं जा रहे. एक कौम (सरदारों) को बदनाम करने की कोशिशें हो रही हैं. गांव के लोग जमकर आ जाएं. अपने टेंट और शामियाना संभालें. भाजपा के लोग साजिश कर रहे हैं, गुंडागर्दी पर उतारू हैं.
उन्होंने आगे कहा कि वे अपने लोगों के बीच हैं और उन्हें वहां (गाजीपुर बॉर्डर) से हटाए जाने में गहरी साजिश दिख रही है. यदि प्रशासन ने कोई जोर-जबरदस्ती की तो वे वहीं फांसी लगाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के नेता और विधायक सक्रिय हो गए हैं. अपने सैकड़ों लोगों के साथ वहां घूम रहे हैं और किसानों को पीट रहे हैं.
यहां हम आपको अंत में बताते चलें कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने धरना खत्म करने की बात कही है. गाजीपुर बॉर्डर पर लाइट भी काटी गई, और पानी की सप्लाई रोकी गई. इससे पहले वीएम सिंह और भानु प्रताप सिंह जैसे किसान नेताओं और संगठनों ने भी इस आंदोलन से खुद को अलग करने की बात बीते रोज कही थी. नरेश टिकैत का कहना है कि बिना बिजली और पानी के यह आंदोलन कैसे चलेगा?