केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह 2019 के आखिरी महीनों से ही बीसीसीआई में सचिव पद पर बने हुए हैं. इस पर विपक्षी दलों के नेता तो सवाल उठाते ही रहे है. लेकिन इस बार सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी ने ही उठाए हैं. ये सवाल उनकी योग्यता को लेकर हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ अगर राजनाथ सिंह के बेटे सांसद बन सकते हैं, अगर मध्य प्रदेश के विजयवर्गीय जी के बेटे विधायक हो सकते हैं और अगर गृहमंत्री के बेटे जय, जिनका क्रिकेट में कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं है (कम से कम मेरी जानकारी में) और ना ही मैंने उनकी इस किसी उपलब्धि के ही बारे में पढ़ा है, बावजूद इसके उन्हें क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की जिम्मेदारी दी गई है।’’
राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह फिलहाल नोएडा के विधायक हैं.
प्रह्लाद मोदी ने यह बात हाल ही में ‘बीबीसी’ के साथ एक इंटरव्यू में कही है. वह अपनी बेटी को स्थानीय निकाय चुनाव में बीजेपी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने की आशंकाओं को लेकर एक सवाल के जवाब में बोल रहे थे. गौरतलब है कि गुजरात में 21 फ़रवरी और 28 फरवरी को दो चरणों में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं.
यहां हम आपको बताते चले कि अमित शाह के बेटे को लेकर इस तरह की टिप्पणियां आलोचक करते रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले जय शाह को एशियाई क्रिकेट परिषद का अध्यक्ष चुने जाने के बाद फिर से इस तरह के सवाल देश-दुनिया में तैरने लगे है. बीते 30 जनवरी को राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि जय शाह को एशियाई क्रिकेट परिषद का अध्यक्ष चुना जाना बीजेपी की योग्यता शैली पर सवालिया निशान लगाता है. राहुल गांधी ने इसको बीजेपी का मेरिटोक्रेसी स्टाइल बताया.
Meritocracy BJP style. pic.twitter.com/KA7hxJWrOA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 31, 2021
अक्टूबर 2019 में जय शाह को बीसीसीआई में सचिव पद की जिम्मेदारी दिए जाने की काफी आलोचना हुई थी. जिसके बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को सफाई देनी पड़ी थी. उसी साल दिसंबर महीने में गांगुली ने कहा था, ” आपको पता है कि इंडिया में इस बात को लेकर काफी हल्ला होता है. यदि आप किसी ताकतवर आदमी के बेटे या बेटी हैं तो फिर किसी चीज में शामिल नहीं हो सकते.”
यहां हम आपको बताते चले कि बीजेपी ने गुजरात नगर निकाय चुनाव के उम्मीदवारों के लिए मापदंड तय किए हैं. जहां कहा गया है कि 60 साल से अधिक आयु के पार्टी के कार्यकर्ताओं, नेताओं के रिश्तेदारों और जो लोग पहले से ही कॉर्पोरेशन में तीन कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा. गौरतलब है कि प्रह्लाद मोदी की बेटी सोनल मोदी यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी के बैनर पर लड़ना चाहती है.