भारतीय उपमहाद्वीप का राजनीतिक दबदबा धीरे-धीरे पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा है. अब हाल ही में बनी ब्रिटेन की सरकार को ले लीजिए. यहां भी भारत और पाकिस्तानी मूल के बासिंदों ने बाजी मार ली है. भारतीय मूल की प्रीति पटेल को जहां नई सरकार में गृह मंत्रालय का अहम कार्यभार दिया गया है. वहीं पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविद को गृह मंत्री के पद से हटाकर वित्त मंत्री बना दिया गया है.
यहां हम आपको बताते चलें कि ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बुधवार को अपने कैबिनेट का गठन किया. उनकी कैबिनेट में डोमिनीक राब को विदेश मंत्री बनाया गया है. यहां यह बताना भी जरूरी है कि दो साल पहले एक विवाद की वजह से प्रीति पटेल ने टेरीज़ा मे सरकार से इस्तीफा दे दिया था. ऐसे में इस पदभार को उनकी जबरदस्त राजनीतिक वापसी के तौर पर देखा जा रहा है.
गौरतलब है कि 47 वर्षीय प्रीति का जन्म लंदन में ही हुआ था. उनके माता-पिता मूल रूप से गुजरात के रहने वाले हैं, लेकिन वे फिर युगांडा चले गए थे. 1960 में उनका परिवार ब्रिटेन में आ बसा. प्रीति 20 साल की उम्र से पहले से ही कंजर्वेटिव पार्टी की सदस्या हैं. उन दिनों जॉन मेजर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे.
साल 2017 में अपनी निजी इसराइल यात्रा को लेकर हुए विवाद के बाद प्रीति पटेल को इंटरनेशनल डेवलपमेंट सेक्रेटरी के पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था. अगस्त 2017 में निजी पारिवारिक छुट्टियों पर इसराइल गईं प्रीति पटेल ने प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू और अन्य इसराइली अधिकारियों से मुलाकात की थी. इसकी जानकारी उन्होंने ब्रिटेन की सरकार या इसराइल में ब्रितानी दूतावास को नहीं दी थी.
प्रीति इसराइल की एक पुरानी समर्थक रहने के साथ ही यूरोपीय संघ की आलोचक रही हैं. उन्होंने समलैंगिक शादियों के ख़िलाफ़ मतदान किया था और धूम्रपान पर प्रतिबंध के ख़िलाफ़ भी अभियान चला चुकी हैं. वो ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर को अपना आदर्श नेता मानती हैं.
कौन हैं ब्रिटेन के नए वित्त मंत्री साजिद जाविद?
49 साल के साजिद जाविद पाकिस्तान मूल के परिवार में ब्रिटेन में पैदा हुए. साल 2018 में जब टेरीज़ा मे की सरकार में उन्हें गृहमंत्री बनाया गया तो वो ब्रिटेन के पहले नस्लीय अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले गृहमंत्री बने थे. वो साल 2010 से ब्रूम्सग्रोव से सांसद हैं. उनका जन्म रॉकडेल में एक पाकिस्तानी परिवार में हुआ.
यहां हम आपको बता दें कि स्कूली पढ़ाई के दौरान ही उनकी रुचि बैंक और निवेश में हो गई थी. उन्होंने 14 साल की उम्र में ही एक बैंक मैनेजर से मुलाक़ात की और पांच सौ पाउंड उधार ले लिए. ये रक़म उन्होंने शेयरों में निवेश कर दिया. आगे चलकर कम उम्र में ही उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में बड़ी कामयाबियां हासिल की.
मंत्रिमंडल में एक और भारतीय मूल के सांसद
ऐसा नहीं है कि भारतीय मूल के प्रीति पटेल ने ही ब्रिटेन के कैबिनेट में जगह पाई है, भारतीय मूल के ही सांसद आलोक शर्मा भी ब्रिटेन की कैबिनेट का हिस्सा हैं. उन्हें अंतरराष्ट्रीय विकास का राज्य मंत्री बनाया गया है. 51 साल के आलोक शर्मा का जन्म आगरा में हुआ था, लेकिन वे पांच साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ ब्रिटेन के रीडिंग आ गए थे.
वे पेशे से एक चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं और राजनीति में आने से पहले 16 साल तक बैंकिंग सेक्टर में काम कर चुके हैं. वे 2010 से रीडिंग वेस्ट के सांसद हैं. जून 2017 में शर्मा को हाउसिंग मिनिस्टर बनाया गया था और उनके कार्यकाल के दौरान ग्रीनफेल टावर में आग लगने की दुर्घटना हुई थी. 5 जुलाई 2017 को हाउस ऑफ़ कॉमन्स में इस दुर्घटना पर बयान देते हुए उनके भावुक हो जाने की वजह से काफ़ी मीडिया कवरेज मिली थी.