सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा सोहाराबुद्दी शेख मामले में 22 आरोपियों को रिहा करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उसे किसी ने नहीं मारा, वह खुद मर गया था. गांधी ने इसके साथ ही एक ट्वीट में हरेन पांड्या, जस्टिस लोया, तुलसीराम प्रजापति सहित कई अन्य नाम लिए.
NO ONE KILLED…
Haren Pandya.
Tulsiram Prajapati.
Justice Loya.
Prakash Thombre.
Shrikant Khandalkar.
Kauser Bi.
Sohrabuddin Shiekh.
THEY JUST DIED.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 22, 2018
आपको बता दें कि पांड्या गुजरात के गृहमंत्री थे, जिनकी हत्या 2003 में कर दी गई थी. उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे. इस घटना के आरोपी सोहराबुद्दी की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी. वहीं सोहराबुद्दी शेख एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश लोया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. वहीं सोहाराबुद्दीन की पत्नी कौसर बी की भी हत्या कर दी गई थी और हत्या से पहले कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया था.
अदालत का कहना है कि उसके समक्ष जो सबूत लाए गए उससे किसी भी आरोपी का इस मामले में अपराध साबित नहीं हो पाता है. इस फैसले को सुनाते हुए विशेष न्यायाधीश एस जे शर्मा ने कहा कि वह सोहराबुद्दीन, प्रजापति के परिवारों के परिवरों के लिए ‘बेहद दुखी और ‘विवश’ महसूस करते हैं क्योंकि उनके समक्ष जो साक्ष्य पेश किए गए वह किसी भी आरोपी की भूमिका की पुष्टिन हीं करते हैं.
वहीं, अदालत द्वारा सभी आरोपियों के बरी किए जाने के बाद सोहराबुद्दी के भाई रुबाबुद्दीन ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ बहुत से सबूत थ, उन्होंने स्वयं भी सबूत पेश किए थे लेकिन अदालत ने इन सबूतों को नहीं माना.
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसा लगता है मेरे भाई ने आत्महत्या कर ली थी.’’
सोहराबु्द्दीन की नवंबर 2005 में एक पुलिस मुठभेड़ के दौरान मौत हो गई थी.