कश्मीर में पांच अगस्त: ऐसा लगा कि हम अब दोबारा कभी नहीं मिल पाएंगेUncategorized

कश्मीर में पांच अगस्त: ऐसा लगा कि हम अब दोबारा कभी नहीं मिल पाएंगे

दिन में कितनी बार बिस्तर पर लेटती हूं और फिर उठ जाती हूं. फिर टीवी खोलती हूं, कुछ नहीं समझ…