जब बाढ़ अतिथि नहीं, फिर इससे हर बार निपटने की समुचित तैयारियां क्यों नहीं होती?जिला- जवार

जब बाढ़ अतिथि नहीं, फिर इससे हर बार निपटने की समुचित तैयारियां क्यों नहीं होती?

दिन के करीब 11 बज रहे हैं. लकड़ी की चौकी पर मिट्टी का चूल्हा रखा है और खाना बन रहा…