हुए मर के हम जो रुस्वा…खबरें

हुए मर के हम जो रुस्वा…

मेरे नज़दीक़ दिल्ली की वजह इम्तियाज़ इसके सिवा कुछ नहीं कि यहाँ ये शायर-ए-नमनाक दफ़्न है। हालाँकि ग़ालिब से उल्फ़त…