मैं जश्ने रेख़्ता में था। शाम सात बजे के आसपास घर से फोन आया कि कहाँ हो दिल्ली में दंगे…
दिल्ली आने के बाद से ही जामिया जाने का मन था लेकिन किसी न किसी वजह से नहीं जा पाई.…
मैं जश्ने रेख़्ता में था। शाम सात बजे के आसपास घर से फोन आया कि कहाँ हो दिल्ली में दंगे…
दिल्ली आने के बाद से ही जामिया जाने का मन था लेकिन किसी न किसी वजह से नहीं जा पाई.…