कोरोना डायरी: जब ज़ाती काम से अपने ‘गांव’ पहुंचा शख्स अपने ही ‘गांव’ में फंस जाएखबरें

कोरोना डायरी: जब ज़ाती काम से अपने ‘गांव’ पहुंचा शख्स अपने ही ‘गांव’ में फंस जाए

मैं, अपने एक ज़ाती काम से 18 मार्च को अपने गांव पीरू जिला औरंगाबाद आया था. काम तीन-चार दिन का…

देश के संसद मार्ग पर देश भर से क्यों जुटे थे हजारों वृद्ध?खबरें

देश के संसद मार्ग पर देश भर से क्यों जुटे थे हजारों वृद्ध?

दिल्ली दिल वालों की है. बिना दिल वालों की भी है. क्या गरीब, क्या अमीर हर किसी के सपनों को…

क्या ग्राम पंचायत से लेकर राज्य और केंद्र की सरकारें बुजुर्गों को मरने के लिए छोड़ रही हैं?खबरें

क्या ग्राम पंचायत से लेकर राज्य और केंद्र की सरकारें बुजुर्गों को मरने के लिए छोड़ रही हैं?

हर हाथ को काम मिले, काम का पूरा दाम मिले, बुढ़ापे में पेंशन, जीवन में सम्मान मिले. ऐसे पोस्टर संसद…