मैं, अपने एक ज़ाती काम से 18 मार्च को अपने गांव पीरू जिला औरंगाबाद आया था. काम तीन-चार दिन का…
दिल्ली दिल वालों की है. बिना दिल वालों की भी है. क्या गरीब, क्या अमीर हर किसी के सपनों को…
हर हाथ को काम मिले, काम का पूरा दाम मिले, बुढ़ापे में पेंशन, जीवन में सम्मान मिले. ऐसे पोस्टर संसद…