चुनाव आयोग ने आज बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख़ों का ऐलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस करके इस बात की जानकारी दी है. बिहार विधानसभा के 243 सीटों के लिए चुनाव तीन चरण में होना है. पहला चरण में 16 जिलों में 71 विधानसभा के लिए वोटिंग होगी, जिसके लिए 1 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी. 8 अक्टूबर नामांकन भरने की आखिरी ताऱीख होगी और 28 अक्टूबर को मतदान होगा.
दूसरे चरण में 17 जिलों के 94 विधानसभा सीट के लिए मतदान होगा, जिसके लिए अधिसूचना जारी होगी और 3 नवंबर को वोटिंग होगी. तीसरे चरण में 15 जिलों को 78 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग होगा. 7 नवंबर को तीसरे चरण का मतदान होगा और 10 नवंबर चुनाव के नतीजों की घोषणा होगी.
Bihar to vote in 3 phases on 28th October, 3rd and 7th November; results on 10th November, announces Election Commission #BiharPolls pic.twitter.com/8KpZBkv0V4
— ANI (@ANI) September 25, 2020
बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या 7 करोड़ 79 लाख है. इसमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 3 करोड़ 79 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या 3 करोड़ 39 लाख है. आपको बता दें कि कोरोना काल में बिहार चुनाव देश का पहला चुनाव होगा. चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही बिहार में आचार संहिता लागू हो गई है.
प्रेस काफ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ने क्या कहा?
प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि चुनाव जनता का लोकतांत्रिक अधिकार है. कोरोना के दौर में यह पहला चुनाव है, जबकि 70 से ज्यादा देशों में इस दौरान चुनाव टल चुके हैं. नए सुरक्षा मानकों के तहत होगा चुनाव. सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया है. ऑनलाइन नामांकन का भी पहली बार इस्तेमाल होने जा रहा है.
नई गाइडलाइंस क्या है?
- चुनाव प्रचार वर्चुअल होगा और उम्मीदवार ऑनलाइन नामांकन भरेंगे
- नामांकन में उम्मीदवार दो और रोड शो में 5 से ज्यादा गाड़ी नहीं ले जा सकते हैं
- डोर-टू-डोर कैंपेन में सिर्फ पांच लोगों को इजाजत
- पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की संख्या घटाई गई. अब एक बूथ पर मात्र एक हजार वोटर होंगे
- चुनाव के लिए 46 लाख मास्क , 6 लाख फेस शील्ड और 6 लाख पीपीई किट का इंतजाम किया गया
- चुनाव के दौरान सात लाख सैनिटाइजर का इस्तेमाल होना है
- वोटिंग के लिए 1.89 बैलेट यूनिट EVM का इस्तेमाल होगा
- वोटिंग का टाइम एक घंटा बढ़ाते हुए सुबह सात बजे से शाम 6 बजे किया गया
- 80 से ज़्यादा उम्र के लोगों और दिव्यांगों के लिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल होगा
- बूथ पर सोशल डिस्टेंसिंग खास ध्यान देना होगा
- कोरोना मरीजों को सबसे आखिर में वोट देने का मौका मिलेगा
गौरतलब है कि 243 सदस्यों वाली विधानसभा का कार्यकाल 29 नवम्बर को समाप्त होगा. साल 2015 के विधानसभा का चुनाव नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और राजद ने साथ मिलकर लड़ा था. लेकिन दो साल बाद ही नीतीश महागठबंधन से अलग हो गए और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली थी.