पटना यूनिवर्सिटी: चल गया पीके का जादू, अध्यक्ष पद पर छात्र जद (यू) का कब्जा…

पटना यूनिवर्सिटी: चल गया पीके का जादू, अध्यक्ष पद पर छात्र जद (यू) का कब्जा…

पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में पीके अर्थात् प्रशांत किशोर ने अपने रणनीतिक कौशल का परचम फिर से लहरा दिया है. धनबल-बाहुबल और तमाम तरह के सेटिंग-गेटिंग के आरोपों के बावजूद वे छात्र जद यू को अध्यक्ष पद जितवाने में सफल रहे हैं. छात्र जद यू के मोहित प्रकाश ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अभिनव कुमार को लगभग 1200 वोटों से हरा दिया है. मोहित को जहां 3477 वोट मिले वहीं अभिनव को 2266 वोटों से संतोष करना पड़ा. लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट की ओर से अध्यक्ष पद की दावेदार भाग्य भारती को 1940 वोट मिले हैं.

यूनियन में एबीवीवी और छात्र जद (यू) का दबदबा

विद्यार्थी परिषद भले ही अध्यक्ष पद हार गया हो लेकिन उसने खुद को यूनियन में बरकरार रखा है. विद्यार्थी परिषद के बैनर तले अंजना सिंह (उपाध्यक्ष), मणिकांत मणि (महासचिव) और राजा रवि (संयुक्त सचिव) चुने गए हैं. कोषाध्यक्ष पद पर छात्र जद (यू) के सत्यम को जीत मिली है. हालांकि काउंसलर के पदों पर वे क्लीन स्वीप करने की स्थिति नहीं दिखी. वहां छात्रो ने लगभग सभी छात्र संगठनों और निर्दलियों पर भी अपनी मुहर लगाई है.

एबीवीपी के बैनर तले नवनिर्वाचित महासचिव मणिकांत मणि (तस्वीर क्रेडिट – मचान)

नहीं चला लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट का समीकरण

कभी एक दूसरे के विरोधी रहे और इस बार एक साथ चुनाव लड़ रहे लेफ्ट और राजद का तो सेंट्रल पैनल में खाता तक नहीं खुला. आइसा+एआईएसएफ+छात्र राजद को सेंट्रन पैनल में एक भी सीटें हासिल नहीं हुई हैं. लेफ्ट को कुछेक काउंसलर पदों पर जीत मिली है लेकिन वे खुद को प्रासंगिक और बहस में बनाए रखने में कमजोर साबित हुए.

पटना यूनिवर्सिटी में एक साथ प्रचार और शक्ति प्रदर्शन करते लेफ्ट और राजद कार्यकर्ता

पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव के तमाम समीकरणों को देखें तो प्रशांत किशोर एक बार फिर से कुशल रणनीतिकार साबित हुए हैं…