कोरोना डायरी: मुझे डर लगने लगा है कि ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ कहीं ग्राम्य बोध को न खत्म कर दे…खबरें

कोरोना डायरी: मुझे डर लगने लगा है कि ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ कहीं ग्राम्य बोध को न खत्म कर दे…

अपने ज़ाती काम से आकर मैं अब भी अपने गांव में ही हूं. मौका पाकर फिर से गांव घूमने लगा…

लॉकडाउन जर्नल, डे -3: यह वर्ल्ड ऑर्डर की नई संभावनाएं नहीं, अपने भीतर की संवेदना तलाशने का समय है…खबरें

लॉकडाउन जर्नल, डे -3: यह वर्ल्ड ऑर्डर की नई संभावनाएं नहीं, अपने भीतर की संवेदना तलाशने का समय है…

उत्तर प्रदेश में पदयात्रा के समय ली गई तस्वीर आज एक अरसे बाद मैंने बाहर की दुनिया की तरफ देखा.…

बिहार की ‘स्वास्थ्य व्यवस्था’ और 102 एंबुलेंस सर्विस का कच्चा-चिट्ठा…खबरें

बिहार की ‘स्वास्थ्य व्यवस्था’ और 102 एंबुलेंस सर्विस का कच्चा-चिट्ठा…

लॉकडाउन के दौरान सुनसान सड़क के बीचों-बीच एक महिला अपने 3 साल के छोटे से बच्चे को सीने से चिपकाए…

‘वुहान को देखकर कभी नहीं लगा था कि यह सब हमारे अपने देश में भी होगा’देश

‘वुहान को देखकर कभी नहीं लगा था कि यह सब हमारे अपने देश में भी होगा’

चीन के वुहान से आने वाली ‘कोविड-19’ की खबरें बनाते समय कभी यह नहीं सोचा था कि एक दिन वुहान…

कोरोना डायरी: जब ज़ाती काम से अपने ‘गांव’ पहुंचा शख्स अपने ही ‘गांव’ में फंस जाएखबरें

कोरोना डायरी: जब ज़ाती काम से अपने ‘गांव’ पहुंचा शख्स अपने ही ‘गांव’ में फंस जाए

मैं, अपने एक ज़ाती काम से 18 मार्च को अपने गांव पीरू जिला औरंगाबाद आया था. काम तीन-चार दिन का…

लॉकडाउन जर्नल, डे -5: वर्जीनिया वूल्फ को अपना पब्लिकेशन हाउस क्यों खोलना पड़ा होगा?खबरें

लॉकडाउन जर्नल, डे -5: वर्जीनिया वूल्फ को अपना पब्लिकेशन हाउस क्यों खोलना पड़ा होगा?

आज का दिन कल जैसा नहीं था. आज धूप में गर्मी थी. काम खत्म करने के बाद मैं घर के…

सिवान कोरोना मामला: एक गांव दो केस, दो अलग-अलग परिणाम- किसको माना जाए जिम्मेदार?खबरें

सिवान कोरोना मामला: एक गांव दो केस, दो अलग-अलग परिणाम- किसको माना जाए जिम्मेदार?

मेरा गांव पंजवार… सिवान जिले का पंजवार गांव. मेरा गांव. एक हफ्ते पहले तक सब ठीक था. सरसों की दंवरी…

लॉकडाउन डायरी, डे-6: सच कहूँ तो हमारी कोई ज़रूरत ही नहीं है…खबरें

लॉकडाउन डायरी, डे-6: सच कहूँ तो हमारी कोई ज़रूरत ही नहीं है…

देर रात हुई है. दिन गुज़रने का पता अब चलता नहीं. कमरे में बत्ती नहीं जलाई है. बस कंप्यूटर स्क्रीन…

लॉकडाउन डायरी नीदरलैंड से – वर्क फ्रॉम होम : ‘वर्क’ कम “होम” ज्यादा…खबरें

लॉकडाउन डायरी नीदरलैंड से – वर्क फ्रॉम होम : ‘वर्क’ कम “होम” ज्यादा…

नमस्ते, चलिए वहीं से शुरू करते हैं जहां छोड़ा था. पहला भाग अगर नहीं पढ़ा हो तो यहाँ पढ़िए. बात…

क्या कोरोना की वजह से होने वाली आर्थिक मंदी लंबे समय के लिए बिहार के विकास योजनाओं को पटरी से उतार देगी?Uncategorized

क्या कोरोना की वजह से होने वाली आर्थिक मंदी लंबे समय के लिए बिहार के विकास योजनाओं को पटरी से उतार देगी?

कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रभाव को रोकने के लिए पूरे देश की तरह बिहार में भी व्यापक बंदी की…