मिट्टी के घर में एक छोटी सी खिड़की है. उसमें से अंदर झांकने की कोशिश करती हूं. कुछ नहीं दिखता…
दूर से ही ढोलकी, हारमोनियम और घुंघरुओं की आवाज कानों में पड़ने लगती है, घरों के बाहर महिलाएं और बच्चियां…
मिट्टी के घर में एक छोटी सी खिड़की है. उसमें से अंदर झांकने की कोशिश करती हूं. कुछ नहीं दिखता…
दूर से ही ढोलकी, हारमोनियम और घुंघरुओं की आवाज कानों में पड़ने लगती है, घरों के बाहर महिलाएं और बच्चियां…