लगभग डेढ़ साल बीत गए हैं नीदरलैंड आये. हाँ, वही नीदरलैंड. फिलिप्स रेडियो वाला. फिलिप्स यहीं की कंपनी है और…
देर रात हो चुकी है. दस बजकर छियालीस मिनट. खाना खा लिया है. गौरव ने बनाया था. आलू-बैंगन-टमाटर की हलकी…
दून घाटी अप्रेल 3, 2020 प्रिय ….., इस विश्वास के साथ तुम्हें लिख रही हूँ कि तुम जहाँ हो, मुझे…
इस समय पूरी दुनिया में एक ही शब्द सबपर भारी है. कोरोना. चीन के वुहान शहर से निकलकर पूरी दुनिया…
पिछले 3-4 दिनों में देश के अलग-अलग जगहों से डॉक्टरों, स्वस्थ्य कर्मियों और सफाई कर्मचारियों के साथ कोरोना मरीजों द्वारा…
याद. वो लमहे, दिन और साल जो अब सामने नहीं मगर भीतर कहीं हैं. बचपन में पिता को अकसर एक…
मैं सोचती हूं कि मुझे कितनी सारी चीजों से कितनी शिकायतें रहती थीं, आजकल वो शिकायतें पता नहीं कहां चल…
कभी-कभी हम जो कुछ कर रहे होते हैं, सब वहीं छोड़कर, किसी ऐसी जगह चले जाते हैं, जिसे बहुत साफ़…
मुझे लगता है कि मैं एक चक्रवात के बीच फँसी हूँ. दो अलग दुनियाओं से उठती हवाओं का बना चक्रवात.…
देहरादून रविवार, मार्च 29, 2020 हलो. इको, मुझे तो यह भी नहीं पता कि तुम्हारा नाम किस तरह पुकारा जाए.…