एशियन गेम्स 2018: रिक्शा वाले की बेटी ने गोल्ड जीत रचा इतिहास

एशियन गेम्स 2018: रिक्शा वाले की बेटी ने गोल्ड जीत रचा इतिहास

इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में चल रहे 18वें एशियाई खेल में भारतीयों का जलवा बरकरार है. 21 साल की स्वप्ना बर्मन ने एशियाई खेल के 11वें दिन हेप्टाथलन (एक तरह का दौड़) में देश के लिए गोल्ड जीता है. ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय महिला हैं. स्वप्ना ने दो दिन तक चली सात प्रतियोगिता में 6026 अंक हासिल किए हैं. इन सात प्रतियोगिता में ऊंची कूद(1003 अंक), भाला फेंक (872 अंक), लंबी कूद (865 अंक), गोला फेंक (707 अंक) शामिल था. गौरतलब है कि स्वप्ना दांत दर्द से परेशान थीं, उसके बाद भी उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन दिखाते हुए देश के लिए गोल्ड जीत इतिहास रच दिया है.

 

स्वप्ना बर्मन के बारे में जानिए:

21 साल की स्वप्ना पश्चिम बंगाल की जलपाईगुड़ी की रहने वाली हैं. उनका जन्म 29 अक्टूबर 1996 को हुआ था. उनके पिता का नाम पंचान्न बर्मन और मां का नाम बसाना बर्मन है. स्वप्ना की मां चाय बागान में काम करती हैं, वहीं उनके पिता एक रिक्श चालक हैं. आपको बता दें कि स्वप्ना के बारे में एक चीज बेहद ही यूनिक हैं. उनके दोनों ही पैरों में छह उंगलियां हैं.

छह उंगलियां होने की वजह से उन्हें दर्द का सामना करना पड़ता है, साथ ही दौड़ में भी परेशानी होती है. दरअसल छह उंगलियां होने की वजह से उन्हें अलग तरह (एक्सट्रा वाइड रनिंग शू) की जूते की जरूरत होती है. लेकिन स्वप्ना की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं कि वो उन जूतों को खरीद सकें. पुराने जूते को पहनकर ही उन्होंने देश के लिए सोना जीता है.

भारत ने अब तक कितने मेडल जीता है:

बता दें कि एशियन गेम्स 2018 में भारत के झोली में अब तक 54 मेडल जीत लिए हैं. इनमें 11 गोल्ड, 20 सिल्वर और 23 कांस्य पदक शामिल हैं.