कोविड वैक्सीन: पीएम मोदी समेत राज्यों के मुख्यमंत्री और वीवीआईपी दूसरे फेज में लेंगे टीका

कोविड वैक्सीन: पीएम मोदी समेत राज्यों के मुख्यमंत्री और वीवीआईपी दूसरे फेज में लेंगे टीका

भारत में दो तरीके के टीके के इस्तेमाल को आधिकारिक रूप से मंजूरी मिली और उसके बाद तय नियमों के अनुसार प्रथम चरण के टीकाकरण में 3 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. टीकाकरण का पहला चरण अभी चल रहा है. इसका दूसरा चरण भी जल्द शुरू होने वाला है. इस चरण में 50 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सभी मुख्यमंत्री और राज्यपालों समेत वीवीआईपी लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. इनमें 50 साल के ऊपर के सभी सांसद भी शामिल होंगे.

यहां हम आपको बताते चलें कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में भारत के भीतर टीकाकरण प्रक्रिया शुरू किए हुए लगभग 7 दिन होने को हैं. 7 लाख से अधिक लोगों को अब तक टीका लगाया जा चुका है, लेकिन अभी भी बहुत से डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी ऐसे हैं जो टीके की गुणवत्ता को लेकर दुविधा में हैं. फिलहाल देश में कोरोना वैक्सीन का पहला चरण चल रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अबतक लगभग 10 लाख (9,99,065 ) स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जा चुका है.

दुनियाभर के कई नेता जिनकी उम्र 50 साल के ऊपर है, उन्होंने आम जनता और फ्रंटलाइन वर्कर्स से पहले कोरोना वैक्सीन लगवाया. उनका मकसद ये बताना था कि टीका सभी के लिए सुरक्षित है, लेकिन इसके विपरीत भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए टीकाकरण को सुनिश्चित करवाया क्योंकि वो सबसे ज्यादा खतरे में रहे/रहते हैं.

हालांकि देश में टीकाकरण को लेकर भी खासी सियासत हुई. मोदी सरकार की इसी रणनीति को लेकर विपक्ष ने सरकार की जमकर आलोचना की. विपक्ष के नेताओं ने केंद्र सरकार को इस बात को लेकर घेरा कि अन्य देशों में सरकार में शामिल आला नेता और नौकरशाही के अधिकारी पहले टीका ले रहे हैं , और भारत के प्रधानमंत्री या केंद्र के किसी बड़े नेता ने अब तक टीका क्यों नहीं लिया?