लगभग दो महीने से ‘केन्द्रीय कृषि कानूनों’ के विरोध में चल रहे किसानों की लड़ाई अब महासंग्राम का रूप ले रही है. सरकार और किसान नेताओं के रुख को देखते हुए एक बात तो स्पष्ट है कि किसानों का यह आंदोलन अब आत्मसम्मान की लड़ाई में तब्दील हो चुकी है. एक तरफ किसान हैं जो झुकने के लिए तैयार नहीं दिख रहे और दूसरी तरफ सरकार हैं जो इस कानून के खूबियों का बखान करते थक नहीं रहे. इसी बीच बिहार में विपक्षी पार्टियों ने आगामी 30 जनवरी (शहादत दिवस) के रोज पूरे राज्य में मानव श्रृंखला बनाने की बात कही है. इसकी अगुआई विपक्ष के सबसे बड़े दल के नेता व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी करेंगे. इसके बाबत वे लगातार मीडिया से रूबरू हैं. आज उन्होंने मानव श्रृंखला को लेकर अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्टर भी जारी किया.
यहां हम आपको बताते चलें कि सूबे के भीतर धान और मक्के की खरीद का सवाल यथावत खड़ा है. एमएसपी पर कहीं खरीद हो नहीं रही, और रही-सही कसर खत्म कर दी गई बाजार समितियों ने पूरी कर दी है. नेता प्रतिपक्ष ने भी एपीएमसी ऐक्ट के सवाल पर सत्तापक्ष को घेरने की कोशिश की है. उन्होंने पोस्टर जारी करते हुए लिखा, ‘एक बार झुकेंगे, वो सौ बार झुकाएंगे. आपकी आजादी, आपका भविष्य. अहंकारी हुक्मरान मिटाते जाएंगे.’ इस पोस्टर में तेजस्वी केंद्रीय भूमिका में हैं और ऊपर तमाम विपक्षी दलों के लोगो लगे हैं. साथ ही वे आह्वान कर रहे हैं कि सूबे भर के किसान, बेरोजगार, छात्र, शिक्षक और अभ्यर्थी इस मुहिम में सहभागी बनें.
बिहार का किसान APMC व्यवस्था ध्वस्त किए जाने के बाद से बद से बदतर स्थिति में पहुँच गया। कभी MSP पर अनाज नहीं बेच पाया।
क्या आप बिहार के किसानों को इस दुर्गति से बाहर नहीं निकालना चाहते?
30 जनवरी को मानव श्रृंखला में अपनी उपस्थिति का योगदान देकर देश के अन्नदाताओं को सम्मान दें। pic.twitter.com/KTmzNk8RQN
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 28, 2021
ट्रैक्टर परेड में हुए उपद्रव पर हो रही सियासत
यहां आपको यह भी बताना है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली की सड़कों पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला था. इस मार्च के दौरान जगह-जगह से हिंसा और उपद्रव की तस्वीरें और विजुअल्स देखने को मिले. किसानों और प्रशासन के पास अपने अलहदा दावे हैं, और टीवी से लेकर सोशल मीडिया पर बहसें हो रही हैं.
बात अगर सूबे के भीतर महागठबंधन के आह्वान पर बनाए जाने वाले मानव श्रृंखला की करें तो इसे लेकर भी सत्तापक्ष और विपक्ष में भिड़ंत जारी है. अव्वल तो सत्तापक्ष इसे नीतीश की नकल बता रहा है, तो वहीं अब भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि राजद के लोग नौटकी कर रहे हैं. साथ ही कहा कि गणतंत्र दिवस की गरिमा को चोट पहुंचाने वाली घटना के बाद विपक्ष को बिहार में 30 जनवरी को होने वाले मानव श्रृंखला को रद्द कर देना चाहिए.
किसान मुद्दे पर मानव श्रृंखला की नौटंकी से बाज आये राजद… pic.twitter.com/JIutrBYl4F
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 24, 2021
यह खबर/रिपोर्ट शाम्भवी वत्स ने लिखी है, शाम्भवी पटना यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में स्नातक हैं. इन दिनों ‘द बिहार मेल’ के साथ बतौर इंटर्न काम कर रही हैं—