आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की, इन 15 विधायकों को नहीं मिला टिकट

आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की, इन 15 विधायकों को नहीं मिला टिकट

दिल्ली विधानसभा चुनाव का काउंट डाउन शुरु हो चुका है. मंगलवार को सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी ने 70 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. पार्टी की तरफ से जारी लिस्ट के अनुसार इस बार 15 सीटिंग विधायकों का टिकट कट गया है.  वहीं महिला उम्मीदवार की संख्या 6 से बढ़ाकर 8 कर दी गई है (जो कि पिछले चुनाव में 6 थी). साथ ही 9 सीटों पर नए उम्मीदवारों को मौक़ा दिया गया है.

वो उम्मीदवार जिन्हें इस बार नहीं मिला टिकट:

 विधानसभा सीट

 मौजूदा विधायक

  नए उम्मीदवार

तिमारपुर

पंकज पुष्कर

दिलीप पांडे

बवाना

रामचंद्र

जय भगवान उपकार

मुंडका

सुखबीर दलाल

धर्मपाला लाकड़ा

पटेल नगर

हजारीलाल चौहान

राजकुमार आनंद

हरीनगर

जगदीप सिंह

राजकुमारी ढिल्लो

द्वारका

आदर्श शास्त्री

विनय मिश्रा

दिल्ली कैंट

कमांडो सुरेंद्र

वीरेंद्र सह कादियान

राजेंद्र नगर

विजेंद्र

राघव चड्ढा

कालकाजी

अवतार सिंह

आतिशी मार्लिना

बदरपुर

नारायण दत्त शर्मा

राम सिंह नेताजी

त्रिलोकपुरी

राजू दिन गान

रोहित कुमार मैहरोलिया

कोंडली

मनोज कुमार

कुलदीप कुमार

सीलमपुर

हाजी इशराक

अब्दुल रहमान

गोकुलपुर

चौधरी फ़तेह सिंह

चौधरी सुरेंद्र कुमार

मटिया महल

अहमद खान

शोएब इक़बाल

आप की तरफ से जारी लिस्ट के अनुसार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पटपड़गंज से चुनाव लड़ेंगे. वहीं लोकसभा चुनाव में दक्षिण-पूर्वी दिल्ली से अपनी किस्मत आजमा चुकीं आतिशी मार्लिना को कालका जी विधानसभा से उम्मीदवार बनाया गया है.

गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान किया था. आयोग ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में बताया था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 14 जनवरी को अधिसूचना जारी कर दी जाएगी, उम्मीदवारों के नामांकन भरने की आखिरी तारीख 21 जनवरी होगी, वहीं  8 फरवरी को मतदान और 11 फरवरी को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे.

साल 2014 में दिल्ली विधानसभा के लिए हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी ने शानदार जीत हासिल करते हुए 67 विधानसभा सीटों पर कब्ज़ा किया था. तीन सीट पर बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी. वहीं 15 सालों तक दिल्ली में लगातार सरकार बनाने वाली कांग्रेस पार्टी का खाता तक नहीं खुला था. आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा के 70 सीटों में से 58 सामान्य वर्ग के लिए और 12  अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है.