केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट बजट पेश किया. उन्होंने इस दौरान कई उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने की घोषणा की. कुछ आयातित उत्पादों पर एक नया कृषि उपकर भी लगाया गया है. वित्त मंत्री ने कृषि उत्पादन के संरक्षण और बनियादी ढांचे में सुधार के लिए कृषि अवसंरचना और विकास उपकर (एआईडीसी) की घोषणा की.
कई उत्पाद सस्ते भी हुए हैं लेकिन महंगे होने वाले सामनों की संख्या ज्यादा है.
सोना तथा चांदी पर आयात शुल्क में कटौती की घोषणा हुई. इससे इसकी कीमतें कम होंगी लेकिन सोना, चांदी, सोने की मिश्र धातु और चांदी मिश्र धातु पर 2.5 फीसदी कृषि बुनियादी ढांचा और विकास उपकर लगेगा. वित्त मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में सोना और चांदी पर 12.5 फीसदी सीमा शुल्क लगता है. इसे अब कम करके 7.5 फीसदी कर दिया गया.
बजट में कपास से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक विभिन्न उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने की घोषणा की गई.
वित्त मंत्री ने पेट्रोल पर 2.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर चार रुपये प्रति लीटर का उपकर लगाने की घोषणा की है लेकिन इसी अनुपात में उत्पाद शुल्क में कटौती की गई है ताकि उपभोक्ताओं पर इस उपकर का ज्यादा बोझ न पड़े.
शराब, सेब, कोयला और दाल के सीमा शुल्क पर एक नया कृषि संरचना एवं विकास उपकर लगाया जाएगा.
सरकार ने मोबाइल फोन के पुर्जों और चार्जर पर आयात शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है. अब मोबाइल फोन महंगे हो सकते हैं. मोबाइल के कुछ पुर्जों पर आयात शुल्क शून्य से 2.5 फीसदी हो जाएगा.
बजट में किए गए प्रस्तावों की वजह से रेफ्रिजरेटर, एलईडी लाइट महेंगे होंगे. इस सूची में वाहनों के विंडस्क्रीन, प्रिंटर के इंक–काट्रिज, लालटेन और सौर इनवर्टर जैसे कई अन्य वस्तुएं शामिल हैं.
लेदर प्रोडक्ट्स, ऑटो पार्ट्स, स्क्रू, नट–बोल्ट, बोरिंग मशीन और उसके पार्टस, सिल्क, धागे, कच्चा धागा, कॉटन वेस्ट महंगे हुए हैं.