दिसंबर खत्म हो गया एक बार फिर. वैसे तो सब कुछ खत्म ही हो जाना है. यह तय है. लेकिन…
ऐसा हमेशा से नहीं था कि बिहार की राजधानी के सबसे पॉश इलाकों में शुमार किए जाने वाले पाटलिपुत्रा कॉलोनी…
पटना की बात हो और पढ़ाई का जिक्र न हो तो लगता है जैसे कुछ छूट गया है. बिहार की…
पुस्तक एवं पुस्तकालय की संस्कृति के खत्म होने अर्थात पढ़ने–पढ़ाने की परंपरा के छीजन के जमाने में राष्ट्रकवि की जनउपाधि से…