बिहार विधानसभा 2020: चुनाव तय समय पर कराने के लिए चुनाव आयोग की क्या तैयारी है?

बिहार विधानसभा 2020: चुनाव तय समय पर कराने के लिए चुनाव आयोग की क्या तैयारी है?

कोरोना महामारी की वजह से बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर काफ़ी अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन अब तस्वीर साफ़ हो गई है. बिहार विधानसभा का चुनाव अपने तय समय यानी कि अक्टूबरनंवबर में ही होगा. चुनाव आयोग की तरफ़ से चल रही तैयारियों ने इस बात को पक्का कर दिया है. हालाँकि एनडीए की सहयोगी पार्टी लोजपा समेत राजद, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों ने भी चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर समय सीमा बढ़ाने की माँग है. लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बिहार में चुनाव निश्चित रूप से समय पर होगा.

ईवीएम जाँच का पहला चरण पूरा 

राज्य के 243 सीटों पर चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग ने ईवीएम की जाँच का पहला चरण पूरा कर लिया है. जून के आख़िरी सप्ताह में चुनाव आयोग के निर्देश पर सभी ज़िलों से ईवीएम और वीवीपैट मशीनें माँग ली गई थी. इसके बाद राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास के निर्देश पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह ज़िलाधिकारियों ने डेढ़ महीने में ईवीएम की फ़र्स्ट लेवल चेकिंग (एफएलसी) को पूरा कर लिया है. एफएलसी प्रक्रिया के दौरान सभी ज़िलों में मान्यता प्राप्त प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी भी सुनिश्चित की गई थी.

चुनाव कार्य में नहीं शामिल होंगे दागी अफ़सर

बिहार विधानसभा के आम चुनाव के लिए चुनाव आयोग काफी सख़्त रूख भी अपना रहा है. चुनाव आयोग ने अलगअलग चुनावों में संदिग्ध गतिविधि वाले 68 अफ़सरों को चिन्हित कर उनकी सूची जारी की है. साथ ही उन्हें इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव के कामकाज से बाहर रखा है. चुनाव आयोग के निर्देश पर अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रंजीता ने दागी अफ़सरों और कर्मियों की सूची बनाई है. आयोग ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी से इन दागी अफसरों की वर्तमान पोस्टिंग और इन पर चल रही विभागीय कार्रवाई की रिपोर्ट भी माँगी है ताकि चुनाव आयोग इन पर फ़ैसला ले सके.

कोरोना के बीच कैसे होगा चुनाव

बीते सप्ताह आयोग ने चुनाव को लेकर गाइडलाइन जारी किया था. गाइडलाइन के अनुसार, मतदान स्थल के एंट्री गेट पर वोटरों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. लाइन में लगने से लेकर वोटिंग तक सोशल डिस्टेसिंग का ख़्याल रखा जाएगा. वोटिंग के दौरान वोटर ग्लव्स पहनकर ईवीएम का बटन दबाएंगे. क्वारंटाइन में रह रहे और जिनका तापमान अघिक होगा उन वोटरों को वोटिंग के आखिरी घंटे में वोट डालने की इजाजत मिलेगी.  कंटेनमेंट जोन में रहने वाले वोटरों  के लिए अलग से दिशानिर्देश जारी किया जाएगा.  इसके साथ ही हर बूथ पर हाथ साफ करने के लिए सेनेटाइजर, साबुन और पानी का इंतज़ाम किया जाएगा.  हर बूथ को वोटिंग के 72 घंटे पहले से लगातार सैनिटाइज किया जाएगा.

गाइडलाइन की कुछ और बातें, हर बूथ पर वोटरों की संख्या एक हजार ही होगी. इस बार प्रत्याशी चाहे तो अपना नामांकन पत्र और जमानत राशि ऑनलाइन भर सकता है. अगर नामांकन ऑफिस जाकर भरना है तो प्रत्याशी के अलावा सिर्फ़ दो लोग ही शामिल होंगे और दो गाड़ी ले जाने की इजाज़त  होगी. घरघर जाकर जनसंपर्क करने के लिए अधिकतम पांच लोगों को अनुमति मिलेगी. चुनाव प्रक्रिया में शामिल सभी कर्मियों को कोरोना से बचाव के लिए किट दिया जाएगा. वोटों की गिनती के दिन एक हॉल में अधिकतम सात टेबल लगेंगे.