कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन

कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता शीला दीक्षित का निधन हो गया है. वे 81 साल की थीं. जानकारी के मुताबिक वे लंबे समय से बीमार थीं. आज सुबह तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें दिल्ली के एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मृत्यु हो गई.

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उऩकी मृत्यु पर शोक जताते हुए कहा है कि- ‘दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और एक वरिष्ठ राजनेता श्रीमती शीला दीक्षित के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उनका कार्यकाल राजधानी दिल्ली के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तन का दौर था जिसके लिए उन्हें याद किया जाएगा। उनके परिवार व सहयोगियों के प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं ‘

 

पीएम मोदी ने शीला दीक्षित के साथ अपनी फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि- ‘शीला दीक्षित जी के निधन से गहरा दुख हुआ. उनका व्यक्तित्व काफी मिलनसार था. दिल्ली के विकास में उनका योगदान उल्लेखनीय है. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना. ओम शांति.’

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शीला दीक्षित को याद करते हुए लिखते हैं कि- ‘ मैं शीला दीक्षित जी के निधन के बारे में सुनकर काफी क्षुब्ध हूं. वो कांग्रेस पार्टी की एक प्यारी बेटी थीं, जिनके मैं बहुत करीब था. इस दुख की घडी में उनके परिवार और दिल्ली के नागरिकों के प्रति मेरी संवेदना, उन्होंने निस्वार्थ भाव से तीन बार सीएम के रूप में सेवा दी.’

वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि- अभी अभी श्रीमती शीला दीक्षित जी के निधन की बेहद दुखद खबर के बारे में पता चला. यह दिल्ली के लिए बहुत बड़ी क्षति है और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. उसकी आत्मा को शांति मिले.’

 

एक परिचय

31 मार्च 1938 में  शीला दीक्षित का जन्म के कपूरथला में हुआ था. पहले दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस कॉलेज से मास्टर्स ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की. साल 1984-1989 तक शीला दीक्षित उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद रहीं. इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ की महिला समिति में 1984-89 तक भारत का प्रतिनिधत्व किया था. साल 1998 से दिसंबर 2013 तक वो दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी थीं. इसके अलावा उन्होंने केरल की राज्यपाल का भी पद संभाला.

फिलहाल वे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष थीं. 2019 के लोकसभा चुनाव में वो दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का बड़ा चेहरा थीं. इस आमचुनाव में वो उत्‍तर-पूर्व दिल्‍ली लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ीं थीं लेकिन भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी ने उन्हें हरा दिया था.