लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे पूर्व रक्षा मंत्री व गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर का आज शाम निधन हो गया. वे साल 2018 फरवरी से ही अग्नाशय कैंसर से पीड़ित थे और लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था. वे आईआईटी बॉम्बे के ग्रेजुएट थे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय प्रचारक भी रहे. वे तीन बार से गोवा के मुख्यमंत्री का पदभार संभाल रहे थे. लंबे समय से कैंसर से पीड़ित पर्रिकर ने विश्व कैंसर दिवस पर कहा था कि मानव मस्तिष्क किसी भी प्रकार की बीमारी पर जीत पा सकता है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके निधन पर शोक जताया है.
Extremely sorry to hear of the passing of Shri Manohar Parrikar, Chief Minister of Goa, after an illness borne with fortitude and dignity. An epitome of integrity and dedication in public life, his service to the people of Goa and of India will not be forgotten #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 17, 2019
वहीं कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पर्रिकर की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है. गांधी ने कहा है कि पर्रिकर का सम्मान सभी पार्टियों के लोग करते हैं और वह गोवा के सबसे पसंदीदा सपूतों में से एक थे.
I am deeply saddened by the news of the passing of Goa CM, Shri Manohar Parrikar Ji, who bravely battled a debilitating illness for over a year.
Respected and admired across party lines, he was one of Goa’s favourite sons.
My condolences to his family in this time of grief.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 17, 2019
विपक्ष के नेता शरद यादव ने गोवा के मुख्यमंत्री के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पर्रिकर अपने अंतिम सांस तक काफी मजबूत आदमी बने रहे और काम करते रहे और गोवा के लिए उन्होंने जो काम किया है, वह गोवा की जनता कभी नहीं भूलेगी.
#Manoharparikkar.Deeply saddened on d demise of Shri Manohar Parrikar Chief Minister of Goa. He was a very strong person & was working till his last breath. His dedication towards his work especially for Goa will never be forgotten. Convey condolences to d bereaved family.
— SHARAD YADAV (@SharadYadavMP) March 17, 2019
गोवा में तेजी से बदल रहा राजनीतिक परिदृश्य
यहां हम आपको बता दें कि मनोहर पर्रिकर की खराब हो रही सेहत के बीच कांग्रेस नेतृत्व ने शनिवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से भेंटकर सरकार बनाने का दावा किया था. कांग्रेस नेतृत्व का कहना था कि भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजे के निधन के बाद विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या घट गई है, और मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद तो संख्या और भी घटी है. उनका कहना था कि सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उन्हें सरकार बनाने के मौके दिए जाने चाहिए.