भारत में एक बार फिर बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले, कितना प्रभावी है नया स्ट्रेन?

भारत में एक बार फिर बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले, कितना प्रभावी है नया स्ट्रेन?

भारत में कोरोना के मामलों में बीते कुछ महीनों की गिरावट के बाद एक बार फिर तेजी दर्ज की गई है. इस बीच 11 हजार से अधिक नए मामले आए हैं, जबकि बुधवार को यह आंकड़ा 10 हजार के करीब था. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में जहां कोरोना के 11,610 नए केस दर्ज किए गए हैं, वहीं 100 लोगों की मौत हो गई है.

हालांकि, राहत की बात यह है कि कोरोना के नए मामलों के प्रकाश में आने से अधिक लोगों के ठीक होने की संख्या है. पिछले 24 घंटे में ही कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 11,833 बताई जा रही है. एक खबरिया वेबसाइट के अनुसार फरवरी महीने में 10वीं बार संक्रमण से एक दिन में 100 से कम लोगों की मौत हुई.

कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 1,09,37,320 है. वहीं अब तक इस बीमारी से 1,06,44,858 मरीज ठीक हो चुके हैं और 1,55,913 लोगों की मौतें हो चुकी हैं. हालांकि देश में अब भी 1,36,549 एक्टिव केस हैं जो कि चिंताजनक है. वहीं टीकाकरण की बात करें तो भारत में 87,40,000 से ज्यादा टीके की डोज दी गई है. इनमें से
85,70,000 पहली डोज हैं और 1,70,000 से ज्यादा दूसरी डोज है. यहां आपको बता दें कि सरकार की ओर से लगातार कोरोना जांच की प्रक्रिया जारी है. भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया कि 16 फरवरी, बुधवार को कुल 6, 44, 931 कोरोना सैंपल की जांच हुई है.

स्थिति में भले ही सुधार हो फिर भी यहां के नागरिकों को कोरोना से सतर्क रहने और लागतार हाथ धोने, मास्क लगाने आदि जैसी सावधानी को व्यवहार में बनाए रखने की जरूरत है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी कोरोना वायरस के चार और ब्राजील में मिले वायरस का एक मामला भारत में मिला है.

वहीं ब्रिटेन के प्रकार के 187 मामले भारत में सामने आ चुके हैं. यह वायरस पिछले वायरस की तुलना में अधिक परेशान कर सकते हैं. हालांकि भारत के पास जो मौजूदा वैक्सीन है वो इन स्ट्रेन से लड़ने में कारगर है. कोरोना का दक्षिणी अफ्रीकी प्रकार अब तक 44 देशों में सामने आ चुका है. गौरतलब है कि इसमें मूल वायरस में कई किस्म के बदलाव सामने आए हैं.