कैपिटल हिल प्रदर्शन में दिखा तिरंगा, देश के आला नेताओं ने जताई नाखुशी

कैपिटल हिल प्रदर्शन में दिखा तिरंगा, देश के आला नेताओं ने जताई नाखुशी

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का परिणाम और उस पर जारी गतिरोध अपने चरम पर जा पहुंचा है. बीते रोज डोनाल्ड ट्रंप और रिपब्लिकन पार्टी के हजारों समर्थकों ने वाशिंगटन के कैपिटल हिल में घुसकर हंगामा और तोड़फोड़ किया. इस पूरे प्रकरण में भारत के लिहाज से भी एक चौंका देने वाला वाकया देखने में आया है. कैपिटल हिल के बाहर ट्रंप समर्थकों के झंडों के बीच भारत का तिरंगा भी देखा गया. ऐसे में भारत के झंडे को लेकर देश के कई राजनेताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी आपत्तियां दर्ज कीं. वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर पीएम मोदी ने भी क्षोभ व्यक्त किया है.

अमेरिका की राजधानी में स्थित कैपिटल हिल को दुनिया के सबसे सुरक्षित जगहों के तौर पर देखा जाता है. अमेरिकी संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक इसी इलाके में है. ट्रंप के समर्थक हालिया चुनाव के परिणामों से असंतुष्ट हैं और ट्रंप के उकसावे के बाद ऐसा प्रदर्शन देखा गया. इतना ही नहीं डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने भी उन प्रदर्शनकारियों के पक्ष में ट्वीट किया, और बाद में उन्हें वह ट्वीट हटाना पड़ा. इसके साथ ही ट्विटर के बाद अब फेसबुक ने भी डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट को बंद कर दिया है.

पीएम मोदी और वरुण गांधी ने जाहिर की नाखुशी
यहां हम आपको बताते चलें कि कैपिटल हिल परिसर में हुई घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी क्षोभ व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने ट्वीट के माध्यम से कहा, ‘कैपिटल हिल से हिंसा की खबर आ रही है, लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी प्रदर्शनों से बदलने की अनुमति नहीं दी जा सकती.’ इसके साथ ही भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी मौके पर प्रदर्शन कर रहे ट्रंप समर्थकों के हाथों में दिख रहे तिरंगे को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी. वरुण गांधाी ने ट्विटर पर लिखा कि इस तरह के हिंसक घटना के बीच भारत का झंडा कैसे आया? यह एक ऐसी लड़ाई है जिसमें हमें निश्चित रूप से भाग लेने की जरूरत नहीं.’

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति की जीत की पर लगने वाली थी मुहर 
यहां हम आपको अंत में बताते चलें कि अमेरिका के वाशिंगटन डीसी स्थित ‘कैपिटल हिल’ में आज नवनिर्वाचित राष्ट्रपति की चुनावी जीत पर मुहर लगने वाली थी. ट्रंप के समर्थक कैपिटल हिल में चल रही बहस के बीच में सीनेट चेंबर तक पहुंच गए. पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों को काबू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. इन हालात में प्रतिनिधि सभा और सीनेट तथा पूरे कैपिटल हिल इमारत को बंद कर दिया गया. जिसके बाद उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सांसदों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई इस हिंसा में अब तक 4 व्यक्तियों के मौत की भी बात कही जा रही है.