किसान मार्च: सिंघु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती

किसान मार्च: सिंघु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती

पंजाब के हजारों किसान शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के करीब पहुंच गए हैं और इसके मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है. किसानों को रोकने के लिए हर तरह के रास्ते का इस्तेमाल किया गया. दिल्ली में किसानों के प्रवेश को रोकने के लिए सिंघु सीमा पर कंटीली तारों और अवरोधकों को लगाया गया है, जगह-जगह पानी के बौछारों और बालू की ट्रकों के जरिये भी किसानों को रोकने की कोशिश की गई है.

न्यूज एजेंसी ‘एएनआई’ की खबर के मुताबिक सिंघु बॉर्डर (हरियाणादिल्ली सीमा) पर किसानों को तितरबितर करने के लिए टीयर गेस शेल्स (आंसू गैस के गोलों) का इस्तेमाल किया.  वहीं दिल्लीगुरुग्राम सीमा पर पुलिस द्वारा वाहनों की जांच की की वजह से यातायात जाम है. यहां वाहनों की गहन जांच चल रही है. 

वहीं किसान भी दिल्ली पहुंचने पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि वे हर हाल में दिल्ली पहुंचकर रहेंगे. कुछ किसानों का कहना है कि वे अपने परिवार के साथ हैं और महीनों का राशन भी उन्होंनें बांध रखा है. इससे पहले रात में किसान पानीपत टोल प्लाजा के निकट ही डेरा डाले हुए थे.

वहीं दिल्ली चलो विरोध प्रदर्शन मार्च के तहत किसान रोहतकझज्जर  सीमा पर भी जमा हुए हैं.

यह विरोध प्रदर्शन केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ है, जिसके बारे में किसानों का यह कहना है कि यह कानून किसान विरोधी और उद्योगपतियों के पक्ष में है और इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को खत्म करने का रास्ता साफ हो जाएगापानी की बौछारों, अवरोधकों और सर्दी सब को पीछे छोड़ते किसान दिल्ली की तरफ बढ़ते जा रहे हैं.

ऑल इंडिया किसान संघर्ष कॉर्डिनेशन कमेटी (एआईकेएससीसी), राष्ट्रीय किसान महासंघ और भारतीय किसान यूनियन के कई गुटों ने 26-27 नवंबर कोदिल्ली चलोका आह्वान किया. दिल्ली सरकार ने राम लीला मैदान या फिर जंतरमंतर पर किसी भी तरह की रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया है.