लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में विपक्षी ‘महागठबंधन’ ने शुक्रवार को 40 सीटों के बंटवारे की घोषणा कर दी. बिहार में राजद आधी लोकसभा सीट यानी कुल 20 सीट पर चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस नौ सीट पर चुनाव लड़ेगी. वहीं शरद यादव इस बार राजद के चुनाव चिह्न के साथ चुनावी मैदान में होंगे और वह चुनाव के बाद अपनी लोकतांत्रिक जनता दल का विलय राजद में कर देंगे.
वहीं कभी एनडीए का हिस्सा रही उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता दल (रालोसपा) पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जबकि मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) तीन सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (एचएएम) को तीन सीटें मिली है.
बिहार में सात चरणों में लोकसभा चुनाव आयोजित हो रहा है और पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल को होगा. इस महागठबंधन से लेफ्ट (वामपंथी) पार्टियां गायब हैं.
भाकपा के जेनरल सेक्रेटरी सुधाकर रेड्डी ने कहा है कि वामपंथी पार्टियों को इस महागठबंधन से बाहर रखना ‘ दुर्भाग्यपूर्ण’ है. उन्होंने कहा कि राजद बिहार में वामपंथी पार्टियों की ताकत को कमजोर आंक रही है.
लेफ्ट पार्टियों के महागठबंधन से बाहर होने के बाद भाकपा नेता कन्हैया कुमार के कंधों पर इस चुनावी मैदान में अकेले बड़ी जिम्मेदारी होगी. अभी तक वामपंथी पार्टियों ने सीट की घोषणा नहीं की है. लेकिन यह लगभग तय है कि कन्हैया बेगूसराय से चुनाव लड़ेंगे.
पहले चरण के लिए महागठबंधन के उम्मीदवारों के नाम की भी घोषणा की. गया से हम के जीतनराम मांझी और औरंगाबाद से हम सेक्युलर के उपेंद्र प्रसाद, जमुई से रालोसपा के भूदेव चौधरी और नवादा से राजद की विभा देवी उम्मीदवार हैं. राजद ने वामपंथी पार्टी सीपीआई (एमएल) को अपने कोटे से एक सीट दी है.