दिल्ली में काम करने वाले ये मजदूर पहले तो लॉकडाउन की मार झेलते हुए कई दिनों तक भूखे रहने को मजबूर हुए. फिर जब हालात बर्दाश्त से बाहर हो गए तो मोबाइल, गैस चूल्हा जैसी चीजें बेचकर ‘बिहार वापसी’ का किराया जुटाया. उसमें भी ट्रक वाले ने आधे रास्ते में धोखा दे दिया. इन सबके बीच इन्हें कहीं भी किसी सरकार से कोई मदद नहीं मिली. ऐसे में ये सरकार को ना कोसें तो किसे कोसें? यूपी-बिहार बॉर्डर पर संवाददाता मनोज कुमार ने जब इनसे सवाल किए तो देखिए कैसे मजदूरों की पीड़ा गुस्से के रूप में बाहर निकल पड़ी…