बिहार के सियासी गलियारों से होते हु इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के दौरे पर गए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, और कहा कि कृषि कानून किसानों के फायदे के लिए हैं. वे केंद्र सरकार के समर्थन में हैं.
सीएम नीतीश कुमार ने प्रेस से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर सरकार के साथ है और केंद्र ने तीनों कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रही किसान यूनियनों के साथ बातचीत करने का सही रास्ता अपनाया है. उनकी मानें तो जल्द ही इस मुद्दे का समाधान हो जाएगा.
मुख्यमंत्री ने बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद समेत अन्य विपक्षी पार्टियों के तरफ से कृषि कानून पर उनके रवैये पर तंज कसते हुआ कहा कि ऐसे नेता वास्तविकता से अनभिज्ञ हैं. वे केवल अपने प्रचार प्रसार के लिए कृषि कानून पर बवाल मचा कर रहे हैं.
गौरतलब है कि 2 महीने से अधिक समय से चल रहे किसान आंदोलन को बिहार की सभी विपक्षी पार्टियों ने अपना समर्थन दिया है. इन पार्टियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ होने वाली ट्रैक्टर रैली, भारत बंद और चक्का जाम को भी अपना समर्थन दिया है.
गौरतलब है कि बिहार के भीतर मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद सीएम नीतीश कुमार की पीएम मोदी से यह पहली मुलाकात है. यह मुलाकात केवल एक शिष्टाचार मुलाकात नहीं थी इसलिए भी इसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे. ऐसा माना जा रहा है कि इस मुलाकात के जरिये जदयू के राजनीतिक भविष्य व बिहार के लिए विशेष दर्जे जैसी महत्वपूर्ण बातों पर पीएम के सामने नीतीश कुमार अपनी बात रखेंगे.
अंत में हम आपको बताते चलें कि इससे एक दिन पहले सीएम ने गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की. हालांकि सीएम नीतीश ने इस मुलाकात को ‘शिष्टाचार मुलाकात’ बताते हुए कहा कि उन्होंने कोई खास मांग नहीं की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.