नीतीश कुमार आज ले सकते हैं मुख्यमंत्री पद की शपथ

नीतीश कुमार आज ले सकते हैं मुख्यमंत्री पद की शपथ

 नीतीश कुमार सोमवार शाम में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. एनडीए की एक बैठक में उन्हें नेता चुना गया. वहीं अब तक उप मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है और खबरों में यह कहा जा रहा है कि हो सकता है कि बिहार को इस बार दो उप मुख्यमंत्री मिले.

वहीं भाजपा ने अपने दो विधायकों को पार्टी विधायक दल का नेता और उप नेता चुना है. इसमें कटिहार के विधायक तारकिशोर प्रसाद  को विधानमंडल का नेता और बेतिया की विधायक को विधायक दल का उप नेता चुना गया है.

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक रविवार को मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास, 1, अणे मार्ग पर हुई.

इस पर क्या कहना है तारकिशोर का

पत्रकारों के साथ बातचीत में इस पर तारकिशोर ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे वह पूरी निष्ठा के साथ पूरा करेंगे.  उन्होंने उप मुख्यमंत्री बनाए जाने वाली खबरों पर कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया. उन्होंने इस पर टिप्पणी से इनकार कर दिया.

भाजपा नेता रेणु देवी इस पर क्या कहती हैं?

रेणु देवी को भाजपा विधानमंडल की नई उपनेता बनाया गया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे वो पूर करेंगी.  उनका कहना था कि नीतीश के नेतृत्व में गठबंधन काम करेगा.

सुशील मोदी के ट्वीट के मायने

बिहार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री और सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री. यह जोड़ी लंबे समय से चलती आ रही है लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि यह जोड़ी अब टूट गई. इसकी पुष्टि सुशील कुमार मोदी के ट्वीट से भी होता है.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि भाजपा व संघ परिवर ने 40 साल के उनके राजनीतिक जीवन में जितना कुछ दिया है, वह शायद किसी और को नहीं मिला होगा. आगे जो जिम्मेदारी मिलेगी, वह उसका निर्वहन करेंगे. कार्यकर्ता का पद तो उनसे कोई नहीं छीन सकता.

एनडीए सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार के साथ कुछ और मंत्री शपथ ले सकते हैं लेकिन अभी इस संबंध में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली है.

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 का परिणाम 10 नवंबर को आया. भाजपा को 74, जद(यू) को 43 और आठ अन्य सीटें राजग गठबंधन पार्टियों को मिलीं यानी एनडीए को कुल 125 सीटें मिली हैं.  वहीं राजद को राज्य में सबसे ज्यादा 75 सीटों पर जीत मिली, वहीं कांग्रेस सिर्फ 19 सीटें जीत सकी और वामपंथी पार्टियों को 16 सीटों पर जीत हासिल हुई. महागठबंधन  के पास कुल 110 विधायक हैं.