तेजप्रताप ने यह कार्टून जारी करके रामविलास पासवान को नारियों का अपमान नहीं करने की सीख दी

तेजप्रताप ने यह कार्टून जारी करके रामविलास पासवान को नारियों का अपमान नहीं करने की सीख दी

लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कुछ दिन पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बिहार में तो अंगूठा छाप लोग भी मुख्यमंत्री  बन जाते हैं. इस बयान पर आपत्ति जताते हुए राजद नेता एवं बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने एक ट्वीट किया.

पासवान ने हालांकि इस बयान में किसी का नाम नहीं लिया था लेकिन उनका यह बयान परोक्ष रूप से बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को लेकर था. तेजप्रताप ने पासवान के बयान को लेकर एक कार्टून जारी किया. इस कार्टून में राबड़ी देवी को दुर्गा की अवतार में दिखाया गया है. वहीं तेजप्रताप खुद सिंह के रूप में हैं और पासवान को महिषासुर के रूप में दिखाया गया है. पोस्टर  में देवी दुर्गा ‘महिषासुर’ का वध करती दिख रही हैं.

तेजप्रताप ने इस कार्टून के साथ ट्वीट में लिखा है, ‘‘नारी जन्म देती है, ममता देती है और माफ भी कर देती है लेकिन इतिहास साक्षी है कि नारी का अपमान करने वाले बड़े-बड़े रावण और दुर्योधन भी नहीं बचे तो इन मौकापरस्त नेताओं की क्या औकात है…?’’

रामविलास पासवान की बेटी का बयान
आपको बता दें कि रामविलास पासवान की बेटी आशा पासवान ने भी राबड़ी देवी पर की गयी टिप्पणी का विरोध किया है और अपने पिता से माफी मांगने को कहा है. आशा का कहना है कि उनके पिता ने यह बयान देकर राबड़ी देवी का अपनामन किया है और इससे सभी महिलाएं दुखी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ मेरी मां भी अनपढ़ थीं जिसके कारण मेरे पिता ने उन्हें छोड़ दिया.’’

आशा पासवान रामविलास की पहली पत्नी की बेटी हैं और आशा के पति पिछले साल राजद में शामिल हो गए थे. राजद ने मोदी सरकार के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के  प्रावधान का विरोध किया था. इसको लेकर बयान देते हुए पासवान ने यह टिप्पणी की थी. दरअसल राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद याव ने चारा घोटाला मामले में 1997 में गिरफ्तार होने के बाद अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार के मुख्यमंत्री का कमान सौंप दिया था.