योगी के मंत्री का बयान, गाय पर सेस है तो आवारा कुत्तों पर भी लगे टैक्स…

योगी के मंत्री का बयान, गाय पर सेस है तो आवारा कुत्तों पर भी लगे टैक्स…

उत्तरप्रदेश में बीते विधानसभा चुनाव के बाद से भाजपा की सरकार बनी. इस सरकार में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर भी शामिल हैं. वे इस सरकार में कैबिनेट मंत्री भी हैं लेकिन वे अपनी बयानबाजी के लिए आए दिन सुर्खियों में रहते हैं. इस बीच उन्होंने एक बार फिर से यूपी सरकार की नीतियों को लेकर तंज कसा है. उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से लगाए गए गाय कल्याण सेस पर तंज कसते हुए कहा है कि गांव में कुत्ते भी छुट्टा घूम रहे हैं, अब उन पर भी टैक्स लगेगा. पशुओं को जिलाने पर भी 10-15 सालों में टैक्स लगेगा. गौरतलब है कि नए साल पर उत्तर प्रदेश सरकार गायों के लिए बनाए जा रहे आश्रय स्थलों के निर्माण के लिएगौ कल्याण सेसला रही है. इससे मिलने वाली राशि का उपयोग गायों के आश्रय स्थल को बनाने और उसकी देखभाल में किया जाएगा.

सरकार की इसी स्कीम को लेकर ओमप्रकाश राजभर सरकार पर हमलावर हैं. उनका कहना है कि राज्य के किसान छुट्टा पशुओं से बेहद परेशान हैं. गरीब और कमजोर लोग तो और भी त्रस्त हैं. उनका यह भी कहना है कि राज्य में लोगों की उम्मीदों पर काम नहीं हुआ और जनता बीजेपी शासन से खासी नाराज है. उन्होंने योगी सरकार की ओर से गाय के लिए सेस लगाए जाने के सवाल पर कहा कि गांव में छुट्टा कुत्ता घूम रहे हैं, उन पर भी टैक्स लगेगा. सरकार ऐसा करने के बजाय गाय के नाम पर लिए जा रहे उसी टैक्स में से 20 रुपया शिक्षा को दे, ताकि गरीब के बच्चे भी शिक्षा पा सकें.

आरक्षण दें और वाराणसी से फिर लड़ें मोदी
यहां हम आपको बता दें कि ओमप्रकाश राजभर लंबे समय से राज्य की बीजेपी और केंद्र की एनडीए सरकार से नाराज चल रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  पर तो वे कई बार हमलावर रहे हैं. इतना ही नहीं वे तो एनडीए से गठबंधन तोड़ने के भी संकेत दे चुके हैं. उनका स्पष्ट कहना है कि आरक्षण के सवाल पर कोई समझौता नहीं होगा. भाजपा के ऐसा करने पर उनकी सलामी हो जाएगी.

चुनाव प्रचार के दौरान नरेन्द्र मोदी (तस्वीर क्रेडिट- लाइव मिंट)

एक भाजपा विधायक द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी की जगह ओडिशा के पुरी से चुनाव लड़ने की संभावना जताए जाने के सवाल पर राजभर बोले कि बड़ा नेता एक जगह से एक ही बार चुनाव लड़ता है. दूसरी बार वह दूसरी जगह चला जाता है. वे चाहते हैं कि 27 प्रतिशत आरक्षण का 3 कैटेगरी में बंटवारा करने के बाद मोदी वाराणसी से ही चुनाव लड़ें. वे खुद उन्हें 2 लाख वोट दिलवा देंगे.

अपराधियों को संरक्षण देने से बढ़ रहा अपराध
पीएम मोदी के वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने और यूपी में राम मंदिर के गिरते जनाधार के सवाल पर वे बोले कि राम मंदिर पर कोर्ट के फैसले का इंतजार भी वजह हो सकती है. चुनाव आने पर ही राम मंदिर का मुद्दा जोरशोर से जाता है. धर्म संसद लगाया जाता है. जब तक न्यायालय का फैसला नहीं आएगा तब तक मंदिर नहीं बनेगा. या दोनों पक्ष जब तक एक साथ नहीं आ जाते. राम मंदिर का मुद्दा सिर्फ चुनाव के समय ही याद आता है. पिछले 4 साल में उन्हें भगवान राम याद नहीं आए.

जेल में आए दिन हो रहे लड़ाईझगड़े और हत्याएं. बुलंदशहर के बाद गाजीपुर की घटनाओं पर वे बोले कि अधिकारी, जेलर से लेकर डिप्टी जेलर और संबंधित अधिकारी भी डरे हुए हैं. राज्य में अपराधी बेलगाम हो गए हैं, जिस तरह की घटनाएं घट रही हैं, उन पर अंकुश नहीं लग पा रहा. एक अपराधी को सत्ता का संरक्षण मिलने पर दूसरा भी टाइट होकर मांग लेता है. अब मुन्ना बजरंगी के हत्यारे राठी को किसी भी मंत्री, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से ज्यादा सुरक्षा मिल रही है. वे बोले कि शिवपाल यादव को भी जेड प्लस की सुरक्षा मिलना और मायावती को बंगला मिलना भी सत्ता द्वारा संरक्षण देने का उदाहरण है.