बिहार में बच्चों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. एक्यूट इन्सैफेलाइटिस सिंड्रोम की वजह से मरनेवाले बच्चों की संख्या अब 115 तक पहुंच गई है.
मुजफ्फरपुर के सरकारी श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक का कहना है कि बुधवार को भी पांच बच्चों की मौत हुई. इस अस्पताल में अब तक 95 बच्चे दम तोड़ चुके हैं. और बुधवार को 22 और नए बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. कुल 372 बच्चे अब तक इस अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं और 118 बच्चों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है.
वहीं यहां के प्राइवेट केजरीवाल अस्पताल में मंगलवार की रात से बुधवार तक दो बच्चों को भर्ती कराया गया है. बीते 24 घंटे में इस अस्पताल में किसी बच्चे की मौत नहीं हुई है.
आपको बता दें कि इस अस्पताल में मंगलवार तक 19 बच्चों की और पूर्वी चंपारण जिले में एक बच्चे की इस रोग से मौत हुई.
एक सरकारी विज्ञप्ति में राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि दरभंगा, सुपौल और मधुबनी के कुल 11 चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती मुजफ्फरपुर में की गयी है.
इसी बीच यह मामला अब अदालत में पहुंच गया है. मुजफ्फरपुर के रहनेवाले मोहम्मद नसीम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और केंद्री मंत्री अश्विनी चौबे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर लापरवाही का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ अदालत में शिकायत दर्ज कराई है. इस मामले की सुनवाई 25 जून को होगी.