पटना शहर के राजीव नगर थाना अंतर्गत नेपाली नगर में संचालित एक आश्रय गृह में एक लड़की सहित दो महिलाओं की संदिग्ध रूप से मौत होने का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद समाज कल्याण विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है. इस मामले पर बात करते हुए समाज कल्याण विभाग के डायरेक्टर राजकुमार ने बताया कि 10 अगस्त की शाम को शेल्टर होम में रह रही दो महिलाओं की तबीयत खराब होने पर अतिरिक्त निदेशक, बाल संरक्षण कामत ने उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज भेजा था. लेकिन इस मामले पर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक राजीव रंजन प्रसाद का कुछ और ही कहना है. उन्होने बताया कि दोनों महिलाओं को जब अस्पताल लाया गया तो वो मर चुकी थीं.
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक प्रसाद की इस बात पर राजकुमार ने बताया कि मामले की जांच पटना के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा विभाग के दो अतिरिक्त निदेशक, बाल संरक्षण राकेश और विनोद द्वारा की जा रही है. उन्होंने बताया कि उन लडकियों को अस्पताल ले जाने वाले गाड़ी चालक ने उन्हें पीएमसीएच जीवित अवस्था में ले जाने की बात बतायी है. राजकुमार ने बताया कि दोनों शवों का कल पोस्टमार्टम किया गया था. इनमें से 17 साल की लडकी का अंतिम संस्कार अतिरिक्त निदेशक, बाल संरक्षण कामत और उक्त आश्रय गृह को संचालित करने वाली संस्था अनुमाया ने किया था.
जबकि दूसरी महिला के धर्म के बारे में पता नहीं होने के कारण उनका अभी तक अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका है. उन्होंने बताया कि जांच के अनुसार रिपोर्ट मिलने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. बता दें कि 10 अगस्त को इस आश्रय गृह से चार लड़कियों ने भागने कोशिश की थी. उसके बाद शेल्टर होम के पास ही रहने वाले वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. शख्स पर लड़की को लालच देकर वहां से भगाने का आरोप लगा था।