बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी से नाराज चल रहे रघुवंश प्रसाद की एक चिट्ठी मीडिया में चल रही है। यह चिट्ठी उनके इस्तीफे की है। अब इस पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की प्रतिक्रिया भी आ गई है।
राजद सुप्रीमो, रघुवंश प्रसाद को लिखी चट्ठी में कहते हैं, ”प्रिय रघुवंश बाबू, आपके द्वारा कथित तौर पर लिखी एक चिट्ठी मीडिया में चलाई जा रही है। मुझे तो विश्वास ही नहीं होता। अभी मेरे, मेरे परिवार और मेरे साथ मिलकर सिंचित राजद परिवार आपको शीघ्र स्वस्थ होकर अपने बीच देखना चाहता है। चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक मामलों में मिल बैठकर ही विचार किया है। आप जल्द स्वस्थ हो, फिर बैठकर बात करेंगे। आप कहीं नहीं जा रहे है। समझ लीजिए…”
रघुवंश प्रसाद की नाराजगी काफी लंबे समय से चल रही है। ऐसा कहा जा रहा था कि वह पार्टी के कामकाज से खुश नहीं चल रहे हैं। रघुवंश प्रसाद ने एम्स से चिट्ठी लिखी है और वह बीमार चल रहे हैं। इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा है-
सेवा में,
राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय
रिम्स अस्पताल रांची।
जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपके पीछे खड़ा रहा। लेकिन अब नहीं। पार्टी नेता, कार्यकर्ता और आमजन ने बड़ा स्नेह दिया, मुझे झमा करें।
रघुवंश प्रसाद
10.09.2020
आपको बता दें कि इससे पहले भी कोरोना संक्रमित होने के बाद रघुवंश प्रसाद के इस्तीफे की खबर आई थी लेकिन पार्टी ने इससे इनकार किया था। फिलहाल उन्हें एम्स के आईसीयू में भेजने की भी बात सामने आ रही है, हालांकि, उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
रामा सिंह फैक्टर
रघुवंश प्रसाद की नाराजगी के पीछे लोजपा के पूर्व सांसद रामा सिंह का नाम भी आ रहा है। दरअसल रामा सिंह पार्टी में आना चाहते हैं और रघुवंश प्रसाद इसका विरोध कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही तेज प्रताप का एक बयान मीडिया में चल रहा था कि पार्टी समुद्र होता है और उससे एक लोटा पानी निकलने से कुछ नहीं होता है। उनके इस बयान को रघुवंश प्रसाद से जोड़कर देखा जा रहा था, हालांकि बाद में सफाई देते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा था कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है और रघुवंश प्रसाद उनके चाचा हैं।