बिहार के पूर्व भाकपा विधायक रामलाल सिंह का निधन पटना के एक अस्पताल में हो गया. वह 86 साल के थे. उनके परिवार ने यह जानकारी दी है.
वह बिहार के कई आंदोलनों से जुड़े रहे. उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत वाराणसी के डीएवी डिग्री कॉलेज से हुई थी. उन्होंने 1952 में हुए छात्र आंदोलन में हिस्सा लिया और फिर पढ़ाई छोड़कर छोड़कर जनता के मुद्दों पर काम करने लगे और जेल भी गए.
सिंह ने इसके बाद ज्यादातर काम अपने भभुआ से ही करना शुरू किया. उन्होंने यहां राशन में होनवाले हेर–फेर पर सवाल उठाना शुरू किया और 1962 में मोहनिया से विधानसभा का चुनाव भी लड़े, लेकिन अल्पमतों से हार गए.
वामपंथी झुकाव की वजह से वह 1970 में भाकपा में शामिल हो गए और फिर इसी पार्टी से चुनाव भी लड़े। हालांकि उन्हें जनता पार्टी के आंधी में हार का सामना करना लड़ा लेकिन वह राजनीति में बने रहे. इसके बाद वह 1985 और 1995 में भाकपा की टिकट पर ही चुनाव लड़े और विधानसभा में निर्वाचित भी हुए.