17 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी खेलने उतरा बिहार, लगातार 2 मैच जीते

17 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी खेलने उतरा बिहार, लगातार 2 मैच जीते

ऐसा लगने लगा है जैसे बिहार में क्रिकेट के दिन बहुरने वाले हैं. बिहार की टीम अब रणजी के साथसाथ विजय हजारे ट्रॉफी में भी जोर आजमाइश कर रही है और ऐसा 17 सालों के बाद हो रहा है. बिहार की टीम ईस्ट जोन का हिस्सा है और 19 सितंबर 2018 को बिहार बिहार की टीम ने 19 सितंबर को विजय हजारे ट्राफी का पहला मैच नागालैंड के साथ खेला. संक्षेप में कहें तो बिहार क्रिकेट टीम का वनवास खत्म हुआ.

बिहार और नागालैंड के पहले मुकाबले में नागालैंड ने 50 ओवर में एन लोचब के शानदार 79 रनों के बदौलत 8 विकेट के नुकसान पर 253 रन बनाए. गेंदबाजी करते हुए समर कादरी ने 3 और केशव कुमार ने 2 विकेट झटके. बाद में बैटिंग के लिए उतरी बिहार की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया. बाबुल कुमार के नॉटआउट 121 और केशव कुमार के नॉटआउट 76 रनों के बदौलत बिहार ने 38 गेंदें रहते ही 8 विकेट से मैच जीत लिया.

20 सितंबर को बिहार ने दूसरा मैच उत्तराखंड के साथ खेला. उत्तराखंड की टीम पहले बैटिंग करते हुए 43.2 ओवर में 160 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. गेंदबाजी करते हुए अनुनय सिंह और एस एस कादरी ने 3 विकेट लिए. दूसरी इनिंग्स में बिहार की टीम ने 37.3 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 163 रन बनाकर मैच जीत लिया. विकेटकीपर बैट्समैन विकास रंजन ने 79 रन बनाए.

यहां हम आपको बता दें कि बिहार की टीम के कोच पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुब्रतो बनर्जी हैं और गेस्ट प्लेयरस्पिन बॉलर प्रज्ञान ओझा की कप्तानी में बिहार विजय हजारे ट्राफी खेल रही है. विजय हजारे ट्राफी में बिहार को आगे पुडुचेरी, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मणिपुर और मिजोरम के साथ मैच खेलने हैं. विजय हजारे ट्रॉफी के लिए फाइनल मुकाबला 20 अक्टूबर को खेला जाना है.