WHO ने कहा- 2021 में भी हर्ड इम्युनिटी बनने की संभावना कम, भारत में कोविशील्ड टीकों की पहली खेप रवाना

WHO ने कहा- 2021 में भी हर्ड इम्युनिटी बनने की संभावना कम, भारत में कोविशील्ड टीकों की पहली खेप रवाना

दुनिया भर में कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है और ऐसी उम्मीद भी जताई जा रही है कि इस साल 2020 की तुलना में स्थिति बेहतर होगी. इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन का एक बयान आया है. उन्होंने कहा है कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए टीके के उत्पादन और उसे लगाने में अभी वक्त लगेगा और ऐसे में 2021 मेंहर्ड इम्युनिटीबनने की संभावना बहुत कम है.

स्वामीनाथन का कहना है कि टीका बेहद संवेदनशील लोगों की रक्षा करने लगेगा लेकिन 2021 मेंहर्ड इम्युनिटीनहीं बन पाएगी.  हर्ड इम्युनिटी का मतलब होता है कि किसी भी समाज या समूह के कुछ प्रतिशत लोगों के भीतर रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकसित होना जिससे संक्रामक बीमारी का प्रसार रूकने में मदद मिलती है. वैज्ञानिकों का यह मानना है कि हर्ड इम्युनिटी के लिए टीकाकरण की दर 70 प्रतिशत होनी चाहिए और कोरोना वायरस के बेहद संक्रामक होने की वजह से टीकाकरण की दर अधिक होनी चाहिए.

भारत में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान की शुरुआत होने वाली है. नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि टीके की खेप पहुंचाने की प्रक्रिया की शुरुआत हो गई. चार विमानन कंपनियां पुणे से देश के 13 शहरों में कोविड-19 टीकों की 56.5 लाख खुराक पहुंचाएंगी.

पुरी ने ट्वीट करके बताया है कि एअर इंडिया , स्पाइसजेट, गोएयर और इंडिगो आज नौ विमानों का परिचालन करेगी, जिससे पुणे से 56.5 लाख खुराकों को दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, गुवाहाटी, शिलॉन्ग, अहमदाबाद, हैदराबाद, विजयवाड़ा, भुवनेश्वर, पटना, बेंगलुरु, लखनऊ और चंडीगढ़ पहुंचाया जाएगा.

आपको बता दें किकोविशील्डटीकों की पहली खेप को मंगलवार सुबह पुणे हवाईअड्डे से दिल्ली भेजा गया. इससे पहले तापमान नियंत्रित तीन ट्रकों में इन टीकों को  सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (एसआईआई) से पुणे हवाईअड्डे के लिए रवाना किया गया था.