बिहार विधानसभा का सत्र 19 फरवरी से शुरू है. आज नीतीश सरकार की तरफ से सदन में आम बजट पेश किया जाना है. ऐसे में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए ट्रैक्टर से विधानसभा पहुँचे. तेजस्वी ने पेट्रोल–डीजल के बढ़ते दाम के विरोध में और किसान आंदोलन के समर्थन में ऐसा किया है. राजद नेता ने ये ट्रैक्टर मार्च अपने सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड से निकाला. इस दौरान उनके साथ राजद के कई नेता भी मौजूद रहे.
कमरतोड़ महंगाई, डीजल, पेट्रोल व घरेलू रसोई गैसों की बेतहाशा मूल्य वृद्धि के विरुद्ध और देशभर में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर विधानसभा सत्र में भाग लेने जाते हुए। pic.twitter.com/fmPCNewD3c
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 22, 2021
सोशल मीडिया पर लगातार उठा रहे सवाल
गौरतलब है कि तेजस्वी लगातार शराबबंदी, मंहगाई, शिक्षा, बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर सरकार को घेरते नजर आ रहे हैं. राज्य ंमें बिहार बोर्ड (BSES) के मैट्रिक का पेपर लीक होने के बाद से उन्होंने सदन में इस बात को उठाया था, जिसके बाद काफी हंगामा हुआ. तेजस्वी ने अपने ट्विटर हैंडल से इस मामले से जुड़े कई ट्वीट किए हैं. अपने एक ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि नीतीश जी कितना आइना दिखाऊं?
नीतीश जी,कितना आइना दिखाऊँ? स्क्रीनशॉट में देखिए कल English पेपर की सेकंड सिटिंग का पेपर हमारे पास दोपहर 1:13 बजे आ गया था और वही प्रश्न पत्र परीक्षा में था?किसे दोष देंगे? विपक्ष या पत्रकार?ये अधिकारी आपको कहीं का नहीं छोड़ेंगे?आप इन्हीं भ्रष्ट अधिकारियों की सरेआम पीठ ठोंकते है। pic.twitter.com/6BbeBGfWlg
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 21, 2021
इसके अलावा उन्होंने पेपर लीक मामले में पत्रकारों पर हुए एफआईआर को लेकर भी नीतीश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. तेजस्वी लिखते हैं- ‘पेपर लीक की खबरें देने वाले पत्रकारों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में FIR दर्ज कराई. टॉपर घोटाले के संरक्षक मुख्यमंत्री “हर वर्ष, हर परीक्षा का हर पेपर लीक” करने-कराने वाले उच्च अधिकारियों को पदोन्नति और ईनाम देंगे लेकिन सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को जेल भेजेंगे.’
नीतीश जी को उनके दुलारे अधिकारी इतना भ्रमित करते है कि वो विमूढ़ और भ्रांत है। अधिकारी अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए अब पेपर लीक की खबर देने वाले पत्रकारों पर FIR कर रहे है।हमें ही लोग प्रतिदिन What’s app पर परीक्षा से एक घंटे पहले प्रश्न-पत्र भेज देते है।किसकी गलती है।करो FIR? pic.twitter.com/A38p7NjDZl
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 21, 2021
बता दें कि शुक्रवार को सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा थी. परीक्षा से ठीक पहले प्रश्न पत्र लीक हो गए, जिसके बाद पहली पाली की परीक्षा रद्द कर दी गई थी. बाद में इस मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया, जिसमें पुलिस ने एसबीआई, झाझा के तीन बैंक कर्मियों को गिरफ्तार किया है. बोर्ड ने की तरफ से ये जानकारी दी गई रद्द पेपर की परीक्षा 8 मार्च फिर से आयोजित की जाएगी.